खबर का असर: 3 नाबालिग दुल्हनो का रूका विवाह,12 जोडे कराए गायब, एफआईआर के आदेश

शिवपुरी। आज शिवपुरी समाचार डॉट कॉम ने दोपहर में मुख्यमंत्री कन्या दान योजना: 22 नाबालिग जोडो के हाथ पीले करने सजा मंडप शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी, इस खबर पर शिवपुरी की कलेक्टर श्रीमति शिल्पा गुप्ता ने तत्काल एक्शन लेते हुए। एसडीएम पोहरी को जांच सम्मेलन स्थल पर इस मामले की जांच हेतु पहुंचाया। इस मामले में खबर आ रही है कि प्रशासन ने इस खबर पर मुहर लगाते हुए, आज शिवपुरी समाचार डॉट कॉम की खबर का बड़ा असर हुआ है। इस खबर को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर ने शख्त रूख दिखाते हुए उक्त सम्मेलन में प्रशासन ने 3 नाबालिग जोड़ों के विवाह को रूकवा दिया है। इसके साथ ही एसडीएम पोहरी ने इस सम्मेलन के आयोजक और शादी कराने वाले पण्डित पर एफआईआर के आदेश दे दिए। 

जानकारी के अनुसार आज सुबह शिवपुरी समाचार डॉट कॉम को विश्वनीय सूत्रों से जानकारी मिली कि जिले के पोहरी ब्लॉक के ग्राम गुरीच्छा में 22 नाबालिग जोड़ो को मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत विबाह के बंधन में जबरन बांध दिया जा रहा है। जिस पर शिवपुरी समाचार डॉट कॉम ने उक्त मामले की सूचना कलेक्टर श्रीमति शिल्पा गुप्ता को दी। शिल्पा गुप्ता ने उक्त मामले में शक्ति दिखाते हुए तत्काल पोहरी एसडीएम मुकेश सिंह को सम्मेलन स्थल पर जाकर जांच करने के आदेश दिए। 

जिस पर एसडीएम मुकेश सिंह तत्काल भटनावर चौकी प्रभारी अंजली सिंह और अपने अधीनस्थ अमले के साथ ग्राम देवपुर पहुंचे। एसडीएम के पहुंचते ही सम्मेलन में भगदड़ मच गई। एसडीएम ने पहुंचकर उक्त सम्मेलन के आयोजक महेश यादव निवासी देवपुर से आयोजन में आए जोड़ों के कागज मांगे। जिसपर एसडीएम ने मौके पर आए जोड़ो की जांच की तो प्रथम दृश्यता ही यह मामला नाबालिग जोड़ो की शादी का दिखाई देने लगा। 

आनन-फानन में प्रशासन ने जब इसके कागजों की जांच की तो सामने आया कि इस सम्मेलन में आए 3 जोड़े पूरी तरह से नाबालिग है। जबकि 12 जोड़े बालिग पाए। जब तक एसडीएम जांच कर पाते बाकि के 12 जोड़ों को कार्यक्रम के संयोजक ने धीरे भगा दिया। उसके बाद जब जांंच की तो तीन जोड़ों के उम्र संबंधित प्रमाण पत्र भी लगे मिले। जिसमे डॉॅक्टर ने लिखा हुआ था कि वह इनके बालिग होने पर श्योर नहीं है। 

यह प्रमाण पत्र लगा देख एसडीएम ने तत्काल उक्त मामले की जांच करने के आदेश सीईओ जिला पंचायत को जारी कर दिए। जिला पंचायत सीईओं ने इस मामले में आरोपी दलाल महेश यादव औैर इस कार्यक्रम में शादी कराने गए पण्डित सूर्यनारायण शर्मा निवासी बीलवरा के खिलाफ एफआईआर के आदेश जारी कर दिए। 

देवपुर पहुंचते ही घनघनाने लगा एसडीएम का फोन
जैसे ही देवपुर गांव में एसडीएम उक्त सम्मेलन में पहुंचे। एसडीएम के फोन पर एक-एक कर कई नेताओं के फोन आना प्रारंभ हो गए। स्थानीय लोगों ने बताया है कि इस मामले में सीईओ जनपद पंचायत को उक्त सम्मेलन के आयोजन के लिए किसी ने फोन किया था। उसके बाद सीइओ ने उक्त आयोजन की अनुमति दे दी। जैसे ही वह एसडीएम मौके पर पहुंचे वहां क्षेत्रीय नेताओं के लगातार फोन आते रहे। 

इनका कहना है-
कलेक्टर मेडम ने उक्त मामले की सूचना दी थी। जिस पर में मय दल के मौके पर पहुंचा और जाकर देखा तो यहां 3 जोड़े नाबालिग मिले है। बाकि 12 जोड़े बालिग थे। अब सभी जोड़े आदिवासी  थे तो उन्हें इतनी समझ नहीं है। रही बात डॉक्टर के सर्टिफिकेट की तो उन्होने भी इसमें नहीं लिखा कि यह बालिग है। उन्होने भी संभावना जताई है कि यह बालिग हो सकते हैै। आगे पूरी जानकारी के लिए सभी का घुटनों का टेस्ट कराना होगा। अब और भाग गए इस संबंध में मुझे जानकारी नहीं है। मेने इस मामले में आयोजक और पण्डित पर एफआईआर के आदेश जारी कर दिए है।
मुकेश सिंह,एसडीएम पोहरी

आपके द्वारा उक्त मामला संज्ञान में लाया गया। मेने तत्काल एसडीएम पोहरी को मौके पर भेज दिया था। जिन्होंने अभी तक लौटकर मुझे मामले से अवगत नहीं कराया है। में एसडीएम से फीडबैक लेती हूं कि उन्होंने क्या कार्यवाही की है। 
शिल्पा गुप्ता, कलेक्टर शिवपुरी।