गरीब को कुटीर मिलने के बाद भी सरपंच सचिव ने कराई निरस्त

शिवपुरी। कोलारस प्रधानमंत्री आवास योजना में भी मनमानी से लेकर फर्जी बडा चल रहा है कोलारस जनपंद पंचायत के अनतर्गत आने वाली अधिकांश ग्राम पंचायतो मे कुटीरे  ऐसे लोगो को दी जा रही है जिन पर रहने के लिये पक्के मकान मौजूद है और गरीब जिसके पास सोने के लिये छत नही है वह आज भी कुटीर के लिये आला अधिकारीयो से लेकर सरपंच सचिवो के चक्कभर काट रहे है। 

ऐसा ही मामला ग्राम पंचायत लेवा में दिखाई दे रहा है लेवा में निवास करने वाले रंगीलाल धाकड पुत्र कमरलाल लाल धाकड ने शपत्र पत्र देकर बताया कि ग्राम पंचायत लेवा में  निवास कर रहा हू और गरीब किसान हू और गरीबी रेखा में जीवन यापन कर रहा हू मेरे तीन पुत्र है जिनमें कन्हैया लाल बन्टी  और प्रकाश है मै अपने दो पुत्रों के साथ ग्राम लेवा में निवास करता हू और मेरे पुत्र प्रकाश के नाम गरीबी रेखा का राशन कार्ड है जिसका खाता नम्ब 66 है उक्त राशन कार्ड में मेरा भी नाम दर्ज है। 

मेरी पत्नी का स्वर्गवास हो चुका है मेरा बडा पुत्र कन्हैया लाल अलग निवास करता है मुझे आवास योजना के तहत एक कुटीर स्वीहकृत हुई जो 16 नम्बर पर दर्ज है किन्तु  ग्राम पंचायत लेवा के सरपंच सचिव द्वारा कुटीर को जनपद पंचायत कोलारस के अधिकारी को गलत जानकारी देकर अपात्र करा दी गलत जानकारी में उन्हो ने अधिकारी को बताया कि प्रार्थी के नाम ग्राम लेवा में पक्के मकान है। 

परन्तु में आज भी अपने पुत्र बन्टी प्रकाश के साथ कच्चीक पटोर में रहता हू उन्होकने जो पक्का  मकान बताया वह मेरे पुत्र कन्हैकयालाल के नाम से है और वह उसमें अपने परिवार के साथ निवास करता है  मेरे पास तो कक्ची  पटोर है और मुझे कुटीर भी मंजूर हुई परन्तु सरपंच सचिव ने निरस्त करा दी ।

रंगीलाल धाकड ने जनसुवाई में भी आवेदन देकर आला अधिकारीयो से कहा है कि आप चाहे तो मौके पर जाकर जांच कर ले और मुझ गरीब को आवास योजना के तहत स्वीपकृत कुटीर मिलना आवश्यकक है क्यों कि में गरीब हू और मेंरे पास पक्कार मकान नहीं है इस संम्बं ध मे मेरे द्वारा ग्रामपंचायत लेवा का राशनकार्ड एवं गांव के लोगो का पंचनामा लगा कर दिया गया है । प्रार्थी रंगीलाल धाकड ने आला अधिकारीयो को आवेदन देकर मांग की है कि इस पूरे मामले की बारीकी से जांच करे और मेरी कुटीर को जिन्होरने अपात्र कराया है उनके विरूद्ध कार्यवाही की जाये।

इनका कहना है
मामला आपके द्वारा पता चला है और मेरे पास अभी आवेदन नही आया है फिर भी मामला गंभीर है में दिखवाता हू 
प्रदीप तोमर एसडीम कोलारस