शिक्षा विभाग में संविलियन को लेकर फिर एकजुट हुए अध्यापक

शिवपुरी। अध्यापकों को शिक्षा विभाग में संविलियन की घोषणा धरातल पर अमल न होने से नाराज अध्यापक अब एक वार फिर एकजुट होने लगे हैं। वहीं दूसरी ओर 18 वर्षों से स्थानान्तरण की आश में बैठे अध्यापकों का अंतर्निकाय संविलियन में संविलयन तो कर दिया गया लेकिन हायर सेकेण्डरी एवं हाई स्कूल में पदस्थ अध्यापकों को रिलीविंग पर म.प्र. सरकार ने रोक लगा देने के साथ ही प्राईमरी व माध्यमिक विद्यालयों में पदस्थ अध्यापकों की अंतर्निकाय संविलियन नही करने से सम्पूर्ण प्रक्रिया खटाई में है। 

गत दिवस अपनी मांगों को लेकर आजाद अध्यापक संघ व महासंघ में सम्मिलित सभी घटक संगठनों की संयुक्त बैठक कैपीटल कम्प्यूटर सेंटर पर रखी जिसमें आजाद अध्यापक संघ के जिलाध्यक्ष सुनील वर्मा ने वताया कि संविलियन होने वाले अध्यापकों की रिलीविंग को लेकर प्रदेश स्तर पर महासंघ के बैनर तले ठोस रणनीति तैयार की जा रही है जिसमें प्रदेश के जिलों के अध्यापकों की राय लेकर फीड बैक तैयार किया जा रहा है। 

अध्यापक नेता विपिन पचौरी ने अध्यापकों को बैठक में संबोधित करते हुये कहा कि हमारा शीघ्र ही शिक्षा विभाग में वरिष्ठता के साथ संविलियन किया जाये। बैठक में अध्यापकों की मांगों के शीघ्र निराकरण हेतू सभी से सुझाव लिये गये तथा राजकुमार सरैया ने वताया कि अगर शीघ्र ही अध्यापकों की मांगों का निराकरण नही हुआ तो अध्यापक एक बार फिर आंदोलन की राह पर होंगे। बैठक में अरविन्द सरैया व धर्मेन्द्र रघुवंशी ने पुरानी पेंशन वहाली को लेकर विस्तृत चर्चा करते हुये आवश्यक जानकारी दी। 

बैठक में प्रमुख रूप से अवधेश सिंह तोमर, अमरदीप श्रीवास्तव, राजविहारी शर्मा, मनमोहन जाटव, जनक सिंह रावत, संजीव पाण्डेय, राजेन्द्र धाकड़, सतीश वर्मा, संजय धाकड़, वल्लभ आदिवासी,  गजेन्द्र धाकड़, संजय रावत, केदार वर्मा, हरीसिंह धाकड़, जगदीश बाथम, अमित गुप्ता, मोहनदास वैरागी, मोहनदास स्वर्णकार शामिल थे।