वोटर लिस्ट में 59 हजार से ज्यादा गड़बड़ी, 20 हजार मृत व्यक्तियों के नाम दर्ज

शिवपुरी। शिवपुरी जिले में मतदाता सूची की जांच के दौरान 59517 वोटर फर्जी पाए गए हैं। जांच के दौरान 20886 मतदाता तो ऐसे हैं जो सालों पहले मृत हो गए लेकिन फिर भी इनके नाम सूची में हैं। 28067 वोटर ऐसे हैं जो दूसरी जगह चले गए फिर भी सूची में इनके नाम हैं। जिले में अपने स्थान पर अनुपस्थित पाए गए मतदाता 5633, मल्टिपल एंट्री वोटर 5031 पाए गए हैं। कोलारस विधानसभा उपचुनाव के दौरान भी यह बात सामने आई थी कि 5537 मृत मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट में पाए गए थे। शिकायत के बाद शिवपुरी कलेक्टर तरूण राठी को इस मामले में चुनाव आयोग ने लापरवाही का दोषी पाया था। आयोग ने जांच में पाया था कि कलेक्टर तरूण राठी ने सूची में गड़बड़ी पर सही मॉनिटरिंग नहीं की। इसके बाद निर्वाचन आयोग ने मुख्य सचिव बसंत प्रताप सिंह को पत्र भी लिखा था। 

कलेक्टर की कुसी पर बन आई तो नाम काटने का काम हुआ तेज
कोलारस विधानसभा उपचुनाव की मतदाता सूची में गड़बड़ियों को लेकर शिवपुरी कलेक्टर तरुण राठी निर्वाचन आयोग की जांच में दोषी पाए जाने के बाद अब इनकी कुर्सी खतरे में है। ऐसे में सूत्रों ने बताया कि कभी भी कलेक्टर पर गाज गिर सकती है। ऐसे संकेतों के बाद अब जिले में फर्जी वोटर के नाम काटने का काम तेज कर दिया गया है। जिले की पांच विधानसभा सीटों में 59517 वोटर फर्जी पाए जाने के बाद अभी तक 24992 वोटरों के नाम सूची से काट दिए गए हैं। मृत 20886 मतदाताओं में से 14901 मतदाताओं के नाम सूची में से हटाए गए हैं। सबसे ज्यादा कोलारस विधानसभा में मतदाता सूची में गड़बड़ी मिलने पर वहां के एसडीएम आरबी प्रजापति को तो वहां से हटा दिया गया है। कुल मिलाकर अफसरों की कार्रवाई की तलवार लटकने के बाद सूची शुद्धीकरण के काम में तेजी आई है। 

क्या कहते हैं उप जिला निर्वाचन अधिकारी
यह सही बात है कि जिले में 59 हजार से ज्यादा वोटर संदिग्ध मिले हैं। इनमें 20886 वोटर मृत मिले हैं। सूची शुद्धीकरण के दौरान ऐसे नाम काटे जा रहे हैं और अभी तक 34 हजार से ज्यादा वोटर हटाए जा चुके हैं। 
संजीव जैन
उप जिला निर्वाचन अधिकारी शिवपुरी