108 एंबुलेंस में भ्रष्टाचार: सांसे भी छीनी जा रही है मरणासन्न घायलो की

राहुल शर्मा, शिवपुरी। शिवुपरी जिला मप्र के स्वास्थय मंत्री के प्रभार वाला जिला है। लेकिन इस जिले में स्वास्थय विभाग की सुविधाओ का लगातार अपहरण किया जा रहा है। 108 एंबूलेंंस जिसे संजीवनी का नाम दिया जाता है अब वह मरणासन्न घायलो के लिए सीधे यमराज का दूत बन रही है। बताया जा रहा है कि जिले में संचालित एंबूलेंंस में ऑक्सीजन की जीवन दायिनी सुविधा का अपहरण पिछले 6 माह से पूर्व से हो चुका है। 

जिले में 16 एंबूलैस चल रही है जिले के लगभग हर थाने में 1 एंबूलेंंस तैनात है। किसी भी दुर्घटना में घायलो के लिए संकटमोचन का काम करती है। सरकार ने हादसों में होने वालों घायलों के त्वरित इलाज के लिए सात साल पहले 108 एंबुलेंस की सुविधा शुरू की थी। 

कुछ समय तक तो इनमें पर्याप्त संसाधन रहे, लेकिन धीरे-धीरे करके ये कम होते गए। सभी एंबूलेंंस में एक पायलट व एक ईएमटी प्रशिक्षित स्टाफ की सुविधा रहती है। 

इन सभी ए बुलेंस में लाइफ सपोर्ट के सारे उपकरण जैसे
पल्स आक्सी मीटर: एंबुलेंस में घायल व्यक्ति की पल्स जांचने के लिए इस उपकरण की आवश्यकता होती है। 
ग्लूकोमीटर:  पेशेंट्स की व्लड शुगर जांचने के लिए ग्लूकोमीटर जरूरी है। 
सक्शन मशीन: दुर्घटना में घायल या अन्य स्थिति में गंभीर मरीज के गले से कफ या जमा खून को निकालने में सक्शन मशीन की जरूरत होती है। 
इन लाईफ सपोट सिस्टम के अतिरिक्त सबसे ज्यादा घायल को ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है इस सुविधा का भी अपहरण हो गया है। 

जैसा कि विदित है कि पूरे मप्र में इन एैबूलैंस की सुबिधा है मप्र सरकार ही इन एंबूलेंंस के ठेकेदार हो पेमेंट देती है। लेकिन इन एंबूलेंंस की मॉनिटिरिंग करने जिले स्तर पर अधिकारी नियुक्ति किया है। जिले में कभी भी ऐसी एक भी खबर प्रकाशित नही हुई कि इन एंबूलेंंस को संबधित अधिकारी ने निरिक्षण किया और इनमें यह कमी है। इस कारण इस एंबूलेंंस का भुगतान रोका गया। 

वर्तमान में जिले की प्रत्येक 108 में जीवन रक्षक सांसे ऑक्सीजन की सुविधा नही है। ऑक्सीजन न होने के कारण कई घायलो ने अभी तक सांस न लेने के अभाव में दम तोड दिया है। सवाल अब यह बड़ा है कि इन एंबुलेंस में जीवन रक्षक उपकरण के अभाव में हर माह इन एंबूलेंंस की कैसे ऑडिड हो जाती है ओर भुगतान की एनओसी जारी कर दी जाती है। क्यो इन एंबूलेंंस का समय-समय पर निरिक्षण नही किया जाता है। क्या जिले मे भ्रष्टाचार इतना बलशाली हो गया है कि घायलो की सांसे भी रोक रहा है। 

इनका कहना है
ऐसा नही है कि एंबूलेंस में ऑक्सीजन की कमी है, लाईफ सपोर्ट सिस्टम सभी में लगे है एकाध एंबूलेंस में कमी हो सकती है 
गिर्राज सिंह तोमर 
जिला एंबूलेंंस प्रभारी