जिला पंचायत के परियोजना अधिकारी शर्मा की पूर्व सरपंच विनोद जाटव और उसकी पत्नि ने की चप्पलों से पिटाई

शिवपुरी। आज डीआरडीए कार्यालय के बाहर उस समय सनसनी फैल गई जब राजा की मुढ़ैरी पंचायत के पूर्व सरपंच विनोद जाटव और उसकी पत्नि प्रीति जाटव ने जिला पंचायत के परियोजना अधिकारी केके शर्मा की चप्पलों से बुरी तरह पिटाई लगा दी। आरोपी पूर्व सरपंच विनोद जाटव ने गंदी-गंदी गालियों की बौछार करते हुए श्री शर्मा के गिरेबा में हाथ डालकर उन्हें गाड़ी से खींच लिया और उसकी पत्नि प्रीति जाटव ने परियोजना अधिकारी पर चप्पलों की बौछार कर दी। इस पूरे घटनाक्रम को आरोपियों के साथ आया पूर्व सचिव लोकेंद्र वशिष्ठ वीडियो कैमरे में कैद करने में जुटा रहा। यह देखकर कार्यालय के कर्मचारी दौड़कर बाहर आए और उन्होंने किसी तरह से श्री शर्मा को आरोपियों के चंगुल से बचाया। इसके बाद धड़ल्ले से आरोपीगण वहां से फरार हो गए। फरियादी केके शर्मा ने कोतवाली जाकर आरोपी विनोद जाटव, प्रीति जाटव और लोकेंद्र वशिष्ठ के विरूद्ध मामला दर्ज कराया है। आरोपियों के विरूद्ध भादवि की धारा 323, 294 और 506 का मामला दर्ज कर लिया गया है। फरियादी केके शर्मा का मेडिकल भी कराया जा रहा है। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला पंचायत मनरेगा के पीओ केके शर्मा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में भाग लेने के लिए सुबह 10 बजे डीआरडीए कार्यालय पहुंचे। उसी दौरान पूर्व सरपंच विनोद जाटव उनके पास आया और उनसे पूछा कि उसकी जांच का क्या हुआ। बताया जाता है कि श्री जाटव के कार्यकाल में राजा की मुढ़ैरी पंचायत में शौचालय निर्माण में घोटाला हुआ था जिसकी जांच पूर्व सरपंच विनोद जाटव के खिलाफ चल रही थी। इस पर श्री शर्मा ने जवाब दिया कि उन्हें जांच के विषय में कुछ नहीं पता और न ही वह उसकी जांच कर रहे हैं। श्री शर्मा के इतना कहते ही आरोपी विनोद जाटव आपा खो बैठा और उसने केके शर्मा को गंदी-गंदी गालियां देना शुरू कर दी।

इसके बाद उसने श्री शर्मा के गिरेंबा में हाथ डाल दिया और उन्हें बलपूर्वक गाड़ी से खींच लिया। इसी दौरान दौड़ती हुई विनोद जाटव की पत्नि प्रीति जाटव वहां आई और उसने परियोजना अधिकारी पर चप्पलों की बौछार शुरू कर दी। इस पूरे घटनाक्रम की वीडियो आरोपियों के साथ आए पूर्व सचिव लोकेंद्र वशिष्ठ ने बनाई। परियोजना अधिकारी को पिटते देखकर कार्यालय के कर्मचारी बाहर आए और उन्होंने बड;ी मुश्किल से आरोपियों के चंगुल से श्री शर्मा को मुक्त कराया। आरोपियों के हौंसले इतने बुलंद थे कि इसके बाद हंसते हुए और हाथ हिलाते हुए वह वहां से रवाना हो गए।