
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला पंचायत मनरेगा के पीओ केके शर्मा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में भाग लेने के लिए सुबह 10 बजे डीआरडीए कार्यालय पहुंचे। उसी दौरान पूर्व सरपंच विनोद जाटव उनके पास आया और उनसे पूछा कि उसकी जांच का क्या हुआ। बताया जाता है कि श्री जाटव के कार्यकाल में राजा की मुढ़ैरी पंचायत में शौचालय निर्माण में घोटाला हुआ था जिसकी जांच पूर्व सरपंच विनोद जाटव के खिलाफ चल रही थी। इस पर श्री शर्मा ने जवाब दिया कि उन्हें जांच के विषय में कुछ नहीं पता और न ही वह उसकी जांच कर रहे हैं। श्री शर्मा के इतना कहते ही आरोपी विनोद जाटव आपा खो बैठा और उसने केके शर्मा को गंदी-गंदी गालियां देना शुरू कर दी।
इसके बाद उसने श्री शर्मा के गिरेंबा में हाथ डाल दिया और उन्हें बलपूर्वक गाड़ी से खींच लिया। इसी दौरान दौड़ती हुई विनोद जाटव की पत्नि प्रीति जाटव वहां आई और उसने परियोजना अधिकारी पर चप्पलों की बौछार शुरू कर दी। इस पूरे घटनाक्रम की वीडियो आरोपियों के साथ आए पूर्व सचिव लोकेंद्र वशिष्ठ ने बनाई। परियोजना अधिकारी को पिटते देखकर कार्यालय के कर्मचारी बाहर आए और उन्होंने बड;ी मुश्किल से आरोपियों के चंगुल से श्री शर्मा को मुक्त कराया। आरोपियों के हौंसले इतने बुलंद थे कि इसके बाद हंसते हुए और हाथ हिलाते हुए वह वहां से रवाना हो गए।