कृषि उपज मंडी किसान के साथ मारपीट, 3 घंटे किसानों का हंगामा

कोलारस। कृषि मंडी में उस समय अफरा-तफरी के हालत निर्मित हो गया जब कोलारस मंडी में सर्मथन मूल्य खरीदी में डाक के दौरान अच्छे माल को खराब बताकर रिजेक्ट कर दिया गया और फिर उसी माल को जिम्मेदारों द्वारा रिश्वत लेकर पास कर तुलने के लिए भेज दिया। जिसके बाद यह मामला किसानो के हंगामे तक पहुंच गया।

जानकारी के अनुसार कोलारस अनाज मंडी में समर्थन मूल्य पर किसानांे की फसल की तौल की जा रही थी। जिस पर जांचकर्ता द्वारा सेंपल में किसानांे के माल को रिजेक्ट किया जा रहा है। जबकि किसानों की फसल पूरी तरह से साफ है। ऐसे में किसानांे का आरोप है कि सोसाईटी के द्वारा जो प्रति ट्रॉली 2000 रुपए रिश्वत में मांगे जा रहे है। उसकी फसल को पास कर तुलने के लिए भेजा जा रहा जबकी जो किसान रुपए नहीं दे रहा उनकी फसल तुलने में लगातार अड़ंगे लगाए जा रहे है। कई किसान तीन से चार दिन से कोलारस मंडी में लगे है उनका माल भी पास हो गया है लेकिन इसके बाद भी तौल के नाम पर 2000 रुपए रिश्वत की मांग की जा रही है। जब किसान की फसल की तौल की जा रही है ऐसे में आज कई किसानों की फसल को सेंपल में रिजेक्ट कर दिया साथ ही कुछ किसानों का माल जो तीन से चार दिन से मंडी में पास है उसकी तौल नही की जा रही थी तो किसानो ने संबंध्ाित से जब जानकारी मांगी तो वहां मौजूद तौल कर्मचारी ने किसान के साथ मारपीट कर दी किसान कि मारपीट के बाद वहां मौजूद किसानो ने हंगामा कर दिया।

किसान की मारपीट के बाद रविन्द्र शिवहरे ने संभाला मोर्चा 
कोलारस कृषि उपज मंडी में किसान के साथ मारपीट के बाद मामला तूल पकड़ गया। किसानों ने मंडी प्रांगढ़ में हंगामा कर दिया घटना की जानकारी लगते ही नपाध्यक्ष रविन्द्र शिवहरे मंडी पहुंचे और किसानांे की समस्या को सुनकर तुरंत कोलारस के अधिकारियांे से संर्पक साधा जिसके बाद कोलारस तहसीलदार पुलिस फोर्स से साथ मौके पर पहुंचे जिसके बाद किसानों की समस्या को सुनते हुए किसानांे की समस्या का समाधान किया। इस दौरान किसानांे में जबरजस्त आक्रोश देखने को मिला। किसानों ने एक सुर में कहा कि किसानांे की फसल को बेकार बताकर रिजेक्ट किया जा रहा है साथ ही रुपए देकर फिर उसी फसल को पास करके तौल कि जा रही है जो पैसा दे रहा है उसकी फसल को पहले तौला जा रहा है जो नहीं दे रहा उसको प्रताणित किया जा रहा है। समझाईश के दौरान कोलारस नपाध्यक्ष रविन्द्र शिवहरे किसानों की समस्या को लेकर काफी सजग दिखे। 

इनका कहना - 
मंडी में चना लेकर आए थे जिसको पास कराने के लिए रुपए की मांग की जा रही है। पहले भी आए थे तब भी रुपए की मांग कि गई थी जो रुपए दे रहा है उसकी फसल तुल रही है, नहीं देने पर फसल को सेंपल में रिजेक्ट किया जा रहा है। 
संग्रामसिंह गुर्जर - किसान ग्राम गड़ी
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मंडी में डाक लगाते समय हमारी ट्रोली की डाक नहीं लगाई। पूछने पर कहा कि माल खराब है जबकी माल खराब नहीं था और ज्यादा कहने पर बत्तमीजी की गई। 
शिशुपाल धाकड़ - किसान ग्राम बेंटरा
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मंडी में आज चना लाए थे पहले भी उसी ढेर का चना लाया था जो तुल गया। आज लाया उसे रिजेक्ट कर दिया और रुपए दे देते हैं तो चना सही कर दिया जाता है। वरना फसल को खराब बताकर रिजेक्ट कर दी जाती है। मंडी में सरेआम रुपए की मांग की जा रही है। 
वीरसिंह गुर्जर, जनपद सदस्य कोलारस विधानभा 

अनाज मंडी में किसानों को प्रताड़ि करने का मामला सामने आया है जहां लगातार किसानों के रुपए लेकर फसल खरीदने कि शिकायत प्राप्त हो रही थी। माल तौल और सैंपल के नाम पर 1000 से 2000 रुपए किसान से लिए जा रहे है। ऐसे में किसान फसल के रिश्वत के रुपए रिश्वतखोरों को देगा तो किसान के हिस्से में क्या आएगा। सत्ता के दलाल ही किसानांे के साथ्ा ठगी कर रहे है। 
रविन्द्र शिवहरे - वरिष्ठ कांग्रेस नेता कोलारस