कीचड़ से निकली सिंध पहुंची शहर की टंकियों में, सब्जी मंडी की टंकी फिर भी प्यासी

शिवपुरी। बीते रोज शहर के लिए इस तपती धूप के बाद दिलों को ठंडक देने बाली खबर आई कि सिंध का पानी खूबत घाटी तक आ गया है। इससे शहर में खुशी का माहौल निर्मित हो गया। लोगों को सिंध के पानी की उम्मीद फिर से जागी। इसी के चलते देर रात्रि लगभग 12 वजे सिंध का पानी शिवपुरी बायपास तक आ गया। यह पानी आता इससे पहले ही श्रेय के चलते नपाध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह और पूर्व उपाध्यक्ष भानू दुबे पानी के पास पहुंचे और श्रेय लेने के लिए फोटो सेशन करा कर शोसल मीडिया पर बायरल किए। 

अब सिंध का पानी शहर में तो आ गया। अब शुरू हुई इस पानी को टंकियों तक पहुंचाने की। जैसे ही इस पानी को टंकियों से जोडा एक बार फिर सिंध जलावर्धन योजना में व्यवधान खड़ा हो गया है। कल रात बायपास पर पानी पहुंचने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली थी और पानी पहुंचने के बाद चीलौद संपवैल सहित कलेक्ट्रेट और गांधी पार्क की पानी की टंकी भी भर दी गई थी, परंतु सब्जी मंडी की टंकी पर सिंध का पानी नहीं चढ़ा और पानी आना रूक गया। इसका कारण बड़ा लीकेज बताया जा रहा है जिसे ठीक करने में दोशियान कंपनी जुटी हुई है। 

जानकारी के अनुसार कीचड़ वाले क्षेत्र से पाइप ऊपर उठाने के बाद जब कल पंप चालू किया गया तो पानी की सप्लाई सतनबाड़ा फिल्टर प्लांट की ओर शुरू हो गई। कल दोपहर लगभग 1 बजे इंटकवैल से पानी छोड़ा गया तथा शाम 4 बजे सतनवाड़ा फिल्टर प्लांट पर पानी पहुंच गया इसके बाद पानी को ग्वालियर बायपास के लिए छोड़ा गया और रात 12 बजे के लगभग सिंध का पानी बायपास पर पहुंचा। 

बायपास पर पानी पहुंचने के बाद इससे चीलौद संपवैल, कलेक्ट्रेट और गांधी पार्क की पानी की टंकी भरी गई, परंतु जब सब्जी मंडी वाली टंकी भरी जा रही थी तो पानी की सप्लाई बंद हो गई। माना जा रहा है कि लीकेज आने के कारण यह समस्या हुई है जिसे ठीक करने का प्रयास किया जा रहा है। बताया जाता है कि तीन माह पहले जब बायपास पर पानी आया था और जलाभिषेक यात्रा निकाली गई थी उसके बाद यदि लगातार सिंध के पानी की सप्लाई शहर की ओर की जाती तो इससे लीकेज ठीक हो जाते और यह समस्या निर्मित नहीं होती। 

कब डलेगी सोनचिरैया से विष्णु मंदिर तक पाइप लाइन 
तीन माह पहले ग्वालियर बायपास पर पानी आने के बाद दोशियान को सोनचिरैया से विष्णु मंदिर तक पाइप लाइन डालने के कार्य में जुटना था जिससे शहर की टंकियों की कनेक्टिविटी हो जाती, लेकिन इसकी ओर न तो दोशियान न ही नगरपालिका और न ही प्रशासन ने कोई ध्यान नहीं दिया। इसके कारण तीन माह से स्थिति वहीं की वहीं बनी हुई है और अभी भी पाइप लाइन डालने की ओर किसी का ध्यान नहीं है। 

तकनीकी विशेषज्ञ बताते हैं कि पाइप लाइन डालने में कम से कम दो माह लगेंगे और जब तक पाइप लाइन नहीं डलेगी तब तक सभी 18 टंकियां नहीं जुड़ेंगी और पूरे शहर को पेयजल की सप्लाई नहीं हो पाएगी। टंकी जुडऩे के बाद फिल्टर प्लांट की शुरूआत होगी और फिर नागरिकों को शुद्ध तथा साफ पेयजल सुलभ होगा। 

आखिरकार गजट नोटिफिकेशन हो गया 
जिस गजट नोटिफिकेशन की प्रतीक्षा की जा रही थी वह आखिरकार हो गया। गजट नोटिफिकेशन से पानी सप्लाई की तरह तय हो गई है और जब तक गजट नोटिफिकेशन नहीं होगा तब तक उपभोक्ताओं को पानी सप्लाई नहीं की जा सकती थी। गजट नोटिफिकेशन के अनुसार उपभोक्ता को लगभग 300 रूपए प्रतिमाह में पेयजल सुलभ होगा और यह दरें संभाग में सबसे अधिक बताई जा रही हैं।