शिवपुरी से आगरा तक पाईप खरीदे, फिर भी ट्यूबवैल में डालने पाईप नही

शिवपुरी। एक कहावत थी कि अग्रेंजी राज्य में कभी सूरज नही डूबता लेकिन भारत में अंग्रेजी राज्य का सूर्य डूब गया, लेकिन यह कहावत नगर पालिका शिवपुरी में इस समय सार्थक है, कि नपा शिवपुरी में भ्रष्टाचार का सूरज नही डूबता है। एक आकड़े के हिसाब से पिछले 5 साल में नगरपालिका शिवपुरी ने इतने पाईप खरीदे है उनकी लम्बाई अगर नपी जाए तो शिवपुरी से आगरा तक पहुंच जाऐगी फिर भी शिवपुरी के ट्यूबवैलों में डालने के लिए नगर पालिका में पाईप नही है। 

जैसा कि विदित है कि इस समय शिवपुरी नगर में सबसे बडी समस्या पेयजल समस्या है। सैकडो बोरो का कंठ सूख चुका है,जो बाकी बच गए है वाटर लेवल नीचे चला गया है। पेयजल सकंट से सघंर्ष करने के लिए अभी परिषद में 5 करोड रूपए का अतिरिक्त बजट रखा था लेकिन भाजपा के पार्षर्दो की अपत्ति के बाद यह पास नही हो सका है।  नगर पालिका प्रशासन का कहना है कि वाटरलेवल के नीचे जाने से ट्यूबवैलो में पाईप और लगने है और १९ हार्सपावर या उससे अधिक की मोटरे डालनी है,लेकिन पाईप और मोटरे नही है ओर खरीद करनी है। ऐसे में कई ट्यूबवैल बंद पडे है,इससे शहर में पेयजल संकट और अधिक हो गया है। 

आज भास्कर ने एक रिर्पोट प्रकाशित की है कि शहर में लगभग 450 ट्यूबवैलो में से 200 बंद पडे है। कारण पाईप नही है,लेकिन आकडे यह बताते है कि पिछेल पांच साल में लगभन पौने चार करोड रूपए के पाईप खरीदे गए है। फिर पाईप कहा है। शहर के कई ट्यूबवैल में उनकी गहराई से 3 गुना तक पाईप उसमें कागजो में नपा ने डाले रखे है। उदाहरण के लिए अशोक विहार कॉलोनी के ट्यूबवैल  500 फीट का बोर है उसमें 1400 ft पाइप डाल दिया गया है। 

इसके अतिरिक्त शहर में ऐसे कई ट्यूबवैल भी है जिनकी गहराई सेे ५ गुना तक पाईप उसमें कागजो में नगर पालिका में डाले रखे है। पानी के बजट पर मोटर और पाईप और मोटरे खरीदी करने में लगभग २ करोड रूपए खर्च करती है। 

इसमें से हर साल ७५ लाख रूपए के पाईप और सवा करोड रू मोटरे खरीदने पर खर्च करती है,लेकिन अभी भी नपा के पास पाईप और मोटरे शहर के बंद पडे बोरो के लिए नही है। इसमें नपा प्रशासन का कहना है कि पुराने पाईप सड गल जाते है इस कारण हर साल पाईप खरीदने पडते है। कुल मिलाकर यह एक बडा घोटाला है इसमें जांच होनी चाहिए। 

इतने पाइप खरीदे कि शिवपुरी से आगरा तक लाइन बिछ जाती
ज्यादातर खरीदी कागजों में होती है। अफसर और जनप्रतिनिधि मिलकर यह खेल करते हैं। ५ सालों में करोडो रुपए के पाइप और मोटरें खरीदे गए। जितने पाइप खरीदे गए हैं, उतने में तो शिवपुरी से आगरा तक लाइन बिछा जाती। शहर में नपा के पास सिर्फ  ४५० बोरवेल हैं, ऐसे में हर साल दो करोड रुपए के पाइप और मोटरें कहां जा रही हैं, ये बड़ा सवाल है। इसकी जांच होनी चाहिए।
राम निवास शर्मा, पूर्व सीएमओ नपा शिवपुरी