हनुमान जंयती: है अंजनि के लालन आओ मेरे मन की पाप की लंका अपने हाथो से मिटाओ

शिवपुरी। आज हनुमानजन्मोत्सव पूरे शहर भर में धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। सुबह से ही शहर के प्रसिद्ध हनुमान मंदिरो में भण्डारों के साथ-साथ धर्मपुण्य करने का सिलसिला चलता रहा। वहीं मंदिरों में छप्पन भोग और फूलबंगले सजाए गए। शिवपुरी से 7 किमी दूर बालाजी धाम मंदिर और बांकड़े हनुमान मंदिर पर दर्शनों के लिए भक्तों के पहुंचने का सिलसिला लगातार जारी है। बांकड़े मंदिर पर प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी मेला लगाया गया है। जहां श्रद्धालु उक्त धार्मिक मेले में शामिल होने पहुंच रहे हैं। श्रद्धालुओं को मेले तक पहुंचाने के लिए कई बसें और निजी वाहनों के साथ-साथ टैम्पो व टैक्सियां संचालित की जा रही हैं। वहीं बालाजी धाम मंदिर पर होने वाले धार्मिक कार्यक्रमों में भी भक्त शामिल हो रहे हैं जहां शाम के समय एक विशाल भण्डारा आयोजित किया जाएगा। इसी तरह खेड़ापति हनुमान मंदिर, मंशापूर्ण हनुमान मंदिर, चिंताहरण मंदिर, माधव चौक हनुमान मंदिर, पीपल वाले हनुमान मंदिर, नवग्रह मंदिर सहित अनेकों हनुमान मंदिरों पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। 

चैत्र मास की पूर्णिमा पर हनुमान जन्मोत्सव प्रतिवर्ष मनाया जाता है और आज हनुमान जी का जन्मोत्सव उत्साहपूर्ण तरीके से शहर भर में मनना शुरू हो गया है। सुबह 4 बजे से ही हनुमान मंदिरों में विशेष पूजन अर्चन शुरू हो गई है। खेड़ापति हनुमान मंदिर को फूलों से विशेष रूप से सजाया गया है जहां छप्पन भोग भी भगवान को अर्पित किए गए।

चिंताहरण मंदिर पर रात्रि में कई धार्मिक आयोजन किए जाएंगे जिसमें सुंदरकाण्ड और भजन संध्या शामिल हैं। बालाजी धाम मंदिर को भी भक्तों ने बड़े आकर्षक ढंग से सजाया है और जहां सुबह से ही धार्मिक आयोजन जारी हैं और शाम को मंदिर से जुड़े भक्तों द्वारा एक विशाल भण्डारा आयोजित किया जाएगा जो प्रतिवर्ष की तरह देर रात तक चलेगा।

उक्त भण्डारे में हजारों की संख्या में श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण करने के लिए पहुंचते हैं। बांकड़े हनुमान मंदिर पर मेला भी सुबह से ही प्रारंभ हो गया है जहां दो दिन पूर्व से ही दुकानदारों का पहुंचना शुरू हो गया था। मेले में दूर-दूर से ग्रामीण और शहरी क्षेत्र से भक्त पहुंचते हैं। जहां सुरक्षा व्यवस्था की दृष्टि से पुलिस तैनात की गई है और श्रद्धालुओं को आने जाने में कोई परेशानी न हो इसके पूरे इंतजाम किए गए हैं। मंदिर परिसर के बाहर वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था भी की गई है जिससे जाम की स्थिति निर्मित न हो। मेले में झूले और प्रसाद की दुकानों के साथ-साथ कई खान-पीन की दुकानें भी लगाई गई हैं जिन पर सुबह से ही भीड़ लगनी शुरू हो गई है।