
श्री गुप्ता ने बताया कि वह भौंती में रहकर अपने बच्चों को पढ़ा रहे हैं, लेकिन उनकी परिवार आईडी और आधार कार्ड को आधार बनाकर उन्हें बिल भेज दिया गया। उन्होंने विद्युत मण्डल में कनेक्शन के लिए कभी आवेदन भी नहीं किया। ऐसा मामला सिर्फ नीरज गुप्ता का ही नहीं। बताया जाता है कि तिंधारी के लगभग 50-60 लोगों को ऐसे ही फर्जी बिल दिए जा चुके हैं।
यह है गैर जिम्मेदारी से भरा जवाब
शिकायतकर्ता नीरज गुप्ता ने जब इस मामले में सुपरवाइजर से मोबाइल पर संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि हमारे सर्वेयर ने वहां सर्वे किया होगा और आपसे भी संपर्क किया होगा तब ही कनेक्शन दिया गया होगा। आप उनसे ही संपर्क करें। नीरज गुप्ता का कहना है कि उनसे किसी सर्वेयर ने कभी कोई संपर्क नहीं किया और न ही वह किसी सर्वेयर को जानते हैं।