
इस मामले में एक पक्ष के फरियादी शमशाद खान ने बताया कि उसके टीला स्थित फार्म हाउस पर आए दिन चोरियां हो रही थीं और चोर पकड़ में नहीं आ रहा था। इस कारण उसने सतर्कता बरत ली और देर रात उसने देखा कि आरोपी रामसिंह गुर्जर और कृपाल सिंह गुर्जर निवासी सुजवाहा थाना देहात स्टार्टर चोरी कर रहे थे उन्हें देखकर आरोपी भागने लगे जिनमें से रामसिंह गुर्जर भागने में सफल रहा, परंतु कृपाल सिंह पकड़ में आ गया जिसे उन्होंने रात भर बंधक बनाया और सुबह कोलारस थाने जाकर पुलिस को सौंप दिया।
पुलिस ने इस मामले में रामसिंह और कृपाल सिंह के विरूद्ध चोरी का मामला दर्ज किया है जबकि पकड़े गए आरोपी कृपाल सिंह ने पुलिस को बताया कि आरोपीगण शमशाद खान और कल्लू आदिवासी ने अकारण उन्हें फार्म हाउस पर बंधक बनाकर रखा तथा मारपीट की और झूठा आरोप लगाकर दूसरे दिन पुलिस को सौंप दिया। पुलिस ने कृपाल सिंह की रिपोर्ट पर आरोपी शमशाद खान और कल्लू आदिवासी के विरूद्ध भादवि की धारा 323, 342 का मामला दर्ज किया है।