
हालांकि वन अधिकारियों ने मेले को लेकर कोई तैयारी नहीं की है जिससे वहां पहुंचने वाले भक्तों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कल वन क्षेत्र में प्रवेश करने वाले वाहनों से अवैध वसूली किए जाने के मामले को लेकर वाहन चालकों और वनकर्मियों के बीच विवाद हो गया था बाद में वन विभाग ने अपनी गलती स्वीकार की।
वहीं वन विभाग द्वारा रास्ते भर में यात्रियों की सुख सुविधाओं का भी ख्याल नहीं रखा गया जिससे भी भक्तों में आक्रोश था। हालांकि मंदिर से जुड़े भक्तों ने वहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पानी और भण्डारों की व्यवस्था की है।
मंदिर तक पहुंचने के लिए शहर के पुराने बस स्टैण्ड क्षेत्र से बसों का संचालन किया जा रहा है। वहीं कई भक्तों ने श्रद्धालुओं के लिए निशुल्क वाहनों का भी संचालन प्रारंभ किया है जो झांसी तिराहा, दो बत्ती चौराहे से संचालित हो रहे हैं।
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