होली मिलन समारोह के बहाने पोहरी के कांग्रेसियों ने खोला हरिवल्लभ शुक्ला के खिलाफ मोर्चा

शिवपुरी। 5 साल पहले चुनाव के पूर्व पोहरी में पूर्व विधायक हरिवल्लभ शुक्ला के विरोधियों ने जिस अंदाज में उनके खिलाफ एकजुट होकर मोर्चा खोला था ठीक उसी तेवर के साथ 2018 के चुनाव के लिए एक बार फिर से हरिवल्लभ शुक्ला के विरोधियों ने उनके विरूद्ध कमान संभाल ली है। कल पोहरी में होली मिलन के बहाने कांग्रेस के शुक्ला विरोधी नेताओं ने अपनी एकजुटता का प्रदर्शन किया। 

बैठक में शामिल पोहरी से टिकट के दावेदार वरिष्ठ कांग्रेस नेता केशव सिंह तोमर, पूर्व मंडी अध्यक्ष एनपी शर्मा, किसान कांग्रेस के जिलाध्यक्ष सुरेश राठखेड़ा, पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष विनोद धाकड़, कर्मचारी नेता राजेंद्र पिपलौदा, रामपाल रावत, माताचरण शर्मा आदि का सुर लगभग एक सा रहा और उनके भाषणों में सामाजिकता से अधिक राजनीति का समावेश देखा गया। वक्ताओं में सभी ने यह तो कहा कि सिंधिया जी जिसे टिकट दें उसे जिताना है, लेकिन यह भी कहा कि टिकट किसी नए उम्मीदवार को मिलना चाहिए। 

पोहरी में होली मिलन के बहाने राजनीति शुरू हो गई है। इसकी शुरूआत हालांकि सबसे पहले पूर्व विधायक हरिवल्लभ शुक्ला की ओर से हुई। उनके विरोधी एक नेता ने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि हरिवल्लभ के समर्थकों ने 10 मार्च को बैराढ़ में होली मिलन समारोह आयोजित किया जिसमें श्री शुक्ला के अलावा पोहरी के किसी भी कांग्रेस नेता को आमंत्रित नहीं किया गया। इसी कारण कल पोहरी में आयोजित होली मिलन में हरिवल्लभ को छोडक़र पोहरी कांग्रेस के सभी नेताओं को आमंत्रित किया। होली मिलन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व मंडी अध्यक्ष एनपी शर्मा उपस्थित थे। श्री शर्मा 2008 में पोहरी से चुनाव लड़ चुके हैं जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ कांग्रेसी नेता केशव सिंह तोमर ने की। 

श्री तोमर सांसद सिंधिया के काफी नजदीकी हैं और वह भी पोहरी से टिकट के दावेदार हैं। श्री तोमर को पूर्व विधायक शुक्ला का विरोधी माना जाता है और पोहरी कांग्रेस में श्री शुक्ला को अलग-थलग करने में उनकी अहम भूमिका रही है। इस समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में किसान कांग्रेस के जिलाध्यक्ष सुरेश राठखेड़ा भी उपस्थित थे। श्री राठखेड़ा भी पोहरी से टिकट के प्रबल दावेदार हैं। उनके अलावा युवा विनोद धाकड़ और राजेंद्र पिपलौदा की भी नजर टिकट पर हैं। स्थानीय रामपाल रावत और माताचरण शर्मा को भी टिकट का दावेदार माना जाता है, लेकिन सभी पूर्व विधायक हरिवल्लभ के विरोधी हैं। 

होली मिलन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में एनपी शर्मा ने कहा कि कोलारस और मुंगावली में कांग्रेस को सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के कारण जीत हासिल हुई। समूची भाजपा सरकार ने उन्हें घेरने का प्रयास किया, लेकिन वह अर्जुन की तरह चक्रव्यूह से बाहर निकलने में सफल रहे और उनकी रणनीति से ही कांग्रेस को विजय प्राप्त हुई। 2018 में भी प्रदेश में कांग्रेस की आशाओं का केंद्र श्री सिंधिया हैं। विशिष्ट अतिथि सुरेश राठखेड़ा ने कहा कि श्री सिंधिया जिसे भी टिकट दें हमें उसे विजयी बनाना है, लेकिन पोहरी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रामपाल रावत ने कहा कि परंतु टिकट किसी नए चेहरे को दिया जाना चाहिए। अन्यथा पिछले चुनाव की तरह इस चुनाव में भी कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ेगा।