अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे सहकारिता के हड़ताली कर्मचारी

शिवपुरी। मप्र सहकारिता कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल लगातार पखबाड़े भर से जारी है जिसमें शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन किया जा रहा है। बीते रोज जहां इस प्रदर्शन में सरकार की सद्बुद्धि के लिए धरना स्थल पर ही सुन्दरकाण्ड पाठ का आयोजन किया गया तो वहीं आगामी प्रदर्शनों को लेकर भी चर्चा की गई। मप्र सहकारिता कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष महेन्द्र सिंह कुशवाह, सचिव बलराम शर्मा व कोषाध्यक्ष विनोद तिवारी ने संयुक्त रूप से कहा कि सहकारिता कर्मचारियों की कलमबंद हड़ताल बीती 22 फरवरी से लगातार जारी है और आज इस हड़ताल को करीब पखबाड़ा बीतने को है बाबजूद इसके हमारी समस्याऐं जस की तस है यदि समय रहते हमारी मांगों पर प्रदेश सरकार द्वारा गौर नहीं किया गया तो वह दिन भी दूर नहीं जब समस्त मप्र के सहकारिता कर्मचारी अपनी इन मांगों को लेकर उग्र प्रदर्शन करने को बाध्य होगें। 

अभी हमारा शांतिपूर्वक अनिश्चितकालीन कलम बंद हड़ताल जारी है हम अपना अधिकार मांग रहे है और अधिकार मांगने पर भी प्रदेश सरकार का इस ओर ध्यान नहीं है इसलिए हमें यह विरोध प्रदर्शन करना पड़ रहे है। इस विरोध प्रदर्शन में सहकारिता कर्मचारी संघ के उपाध्यक्ष शिशिर जादौन, सह कोषाध्यक्ष रविशंकर धाकड़, संरक्षक विजयराज रघुवंशी, महासचिव राजकुमार शर्मा सहित सदस्यगण शकील खान,विनोद रावत, बृजेश धाकड़ आदि सहित समस्त सहकारिता कर्मचारी शामिल रहे। 

भावांतर योजना होगी प्रभावित
मप्र सहकारिता कर्मचारियों की हड़ताल का सर्वाधिक प्रभाव इन दिनों भावांतर योजना पर होना तय है क्योंकि किसान जहां पंजीयन कराकर इस योजना के तहत लाभान्वित होना चाहते है तो वहीं दूसरी ओर सहकारिता कर्मचारियों की हड़ताल जारी है। ऐसे में प्रदेश सरकार की किसानों के लिए महत्वाकांक्षी योजना भावांतर योजना इन दिनों सहकारिता कर्मचारियों की हड़ताल के कारण लापरवाही की भेंट चढऩे वाली है जिसकी संपूर्ण जबाबदेही सहकारिता कर्मचारियों द्वारा पूर्व में जारी ज्ञापन के माध्यम से प्रदेश सरकार को दे दी है।