शिवपुरी पॉलिटेक्निक कॉलेज की मान्यता संकट में, 450 स्टूडेंट्स का भविष्य दांव पर

शिवपुरी। शिवपुरी के नवीन बने पॉलिटेक्निक कॉलेज में अध्यन्न कर रहे लगभग 450 स्टूडेंट्स का भविष्य दावं पर लगा है। इस कॉलेज को निर्माण करने वाली ऐजेंसी और सरकारी ऐजेंसी ने जमकर भ्रष्टाचार किया है। बताया गया है कि इस नवीन कॉलेज के नवीन भवन में पूरी 38 कमियां है। इन कमियो के कारण ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन ने कमियां दूर न होने के ऐवज में इस साल अनुमति देने से इंकार कर दिया है।  

कॉलेज में कक्षाएं संचालित करने के लिए प्रतिवर्ष दिल्ली की ऑल इंडिया काउंसिल फ ोर टेक्निकल एजुकेशन से अनुमति लेनी होती है, लेकिन इस बार अधिकारियों ने नाराजगी जताते हुए परमिशन देने से इनकार किया है। कॉलेज प्रबंधन एडी चोटी का जोर लगा रहा है कि किसी तरह अनुमति मिल जाए।

चार साल में बनकर तैयार हुआ था कॉलेज
एक समय किराए के सरकारी आवास में कॉलेज का संचालन होता रहा। 2 साल में तैयार होने वाला भवन 4 साल में बनकर तैयार हुआ था। उसमें भी ढेरों कमियां मौजूद रहीं। जब प्रबंधन ने लगातार आवाज बुलंद की तो कुछ कमियां दूर कर दी गईं, लेकिन ज्यादातर कमियां आज भी मौजूद हैं।

कलेक्टर, संचालक और आयुक्त को भी कर चुके हैं शिकायत
कॉलेज प्रबंधन ने बताया कि कॉलेज की इन 38 खामियों को लेकर उनके द्वारा तत्कालीन कलेक्टर ओमप्रकाश श्रीवास्तव सहित संचालक तकनीकि शिक्षा संचालनालय व आयुक्त गृह निर्माण एवं अधोसंरचना विकास मंडल भोपाल को भी शिकायत दर्ज कराई थीए लेकिन काफी समय बीत जाने के बाद भी कॉलेज की इन खामियों को सहीं नहीं गया है।

बिना डिजाइन के बनाई कंप्यूटर लैब, आ रहा पानी
कॉलेज प्रबंधन की मानें तो कॉलेज की फ स्र्ट फ्लोर पर कंप्यूटर लैब बनाई गई है, इसमें गोला देकर डिजाइन बनाया गया है। उस पर भी प्लास्टिक की शीट लगा दी है, जिससे बारिश के दिनों में पूरा पानी लैब के अंदर आ जाता है। लैब को इस तरह बनाया है कि उसमें पूरी धूप आ रही है। इससे छात्रों को गर्मी लगती है। उन्हें परेशानी हो रही है। इसलिए लैब को दूसरे रूम में शिफ्ट किया गया है, जहां पूरी तरह से लैब संचालित नहीं हो पा रही।

यह बोले प्राचार्य
यह बात सही है कि कॉलेज भवन में कई कमियां मौजूद हैं। इसे लेकर हमने कलेक्टर सहित संचालक और आयुक्त को पत्र भी भेजा है, लेकिन अब तक कमियां दूर नहीं हुईं। दिव्यांग के लिए फ स्र्ट फ्लोर पर रैंप भी नहीं बनाया गया है। इसलिए नए सत्र की परमिशन अब तक नहीं मिल सकी है। प्रयास कर रहे हैं।
आरएस पंत, प्राचार्य पॉलिटेक्निक कॉलेज शिवपुरी।