बैराड़ में पानी के लिए हाहाकार: टैंकर 450 में एक ड्रम 60 में, शासकीय टेंकर के आते ही मचता है घमाशान

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बैराड। नगर परिषद बैराड में अधिकारी व पीएचई विभाग की नाकामी से जनता पानी के लिए परेशान है। बैराड क्षेत्र के लगभग आधा सैंकडा गांवो में पानी पीने की समस्या उत्पन्न हो रही है। इसके बाद भी बैराड क्षेत्र में अधिकारी व पीएचई विभाग द्वारा कोई ध्यान जनता की इस गभीर समस्या पर नही दिया जा रहा है जनता को तो हर हाल में परेशानी का सामना करना पड़ता है। बैराड नगर में पानी की समस्या गर्मी आते ही और अधिक दिखाई देने लगी है। 

इसका कारण यह है कि इस वर्ष बारिश अच्छी नहीं हुई जिसके चलते पानी की समस्या शीत ऋतु के समय दिखाई देने लगी थी परंतु अब गर्मी का सीजन आते से ही यह समस्या और गहराती जा रही है बहीं ग्रामीण अंचलों में भी पेयजल की समस्या ने विकराल रुप धारण कर लिया है जिससे ग्रामीणों को दूरदराज के क्षेत्रों से पानी लेकर आना पड़ रहा है। बैराड नगर की वात करें तो नगर में कई बर्षों से नल -जल योजना तो ठप ही है साथ ही हेडपंप आदि की भी कोई सुविधा नगर में उपलब्द नहीं है। वही कुंए भी थे, तो वो भी सूखे पडे हुए है पेयजल की इन सभी समस्याओं को देखते हुए ठेंकर बाले भी मनमानी में लगे हुए है देखा जाए तो एक टेंकर के 450 से 500 रूपए लिए जा रहे है। पानी की इस विकट समस्या के चलते भी नगर में निमार्ण कार्यों पर कोई रोक नहीं लगाई गई नगर में निर्माण कार्य अभी भी जारी है पानी की समस्या के चलते निर्माण कार्य अभी भी जारी रहे तो जलसंकट और अधिक गहराता जाऐगा। 

लेकिन प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है नगर में  पानी का एकमात्र साधन हेै ठेंकर। और एकदिन ठेंकर नहीं आया तो लोग प्यासे ही रह जाते है ऐसी विकट परिस्थिति में पानी का व्यर्थ प्रयोग बडी ही समस्या उत्पन्न कर रहा है। नगर परिषद क्षेत्र में लगे ट्यूबवेल एवं हैंडपंप बंद होने से नगर में भीषण पेयजल संकट गहरा गया है। स्थिति यह है कि लोग पानी खरीद कर पीने को मजबूर बने हुए हैं। इसके बाद भी नपं सहित पीएचई विभाग कोई ध्यान नहीं दे रहा है। 

क्षेत्र में लगे सभी शासकीय नलकूप एवं हैंडपंपों का वाटर लेवल कम होने के कारण बंद होने से शासन की योजना ठप हो गई है। इस कारण से नगर परिषद क्षेत्र की जनता 450 टैंकर और 60 में ड्रम पानी खरीद कर पी रही है। नगर परिषद द्वारा जल आवर्धन योजना मंजूरी के बाद से पेयजल व्यवस्था बनाने में अपनेहाथ खड़े कर दिए हैं। जिसके चलते नगर व उसके आस-पास के गांवों के लोग दूर दराज से पानी ला रहे है। कहीं- कही तो हालात येहैं कि लोग दिन-दिन भर पानी भरने में ही निकाल देतेहैं तो कही रतजगा करना पड़ रहा है। कभी बस्ती में नपं का टैंकर पहुंच जाता है तो पानी के लिए लोगों में घमासान मच जाती है।

450 में टैंकर 60 में एक ड्रम पानी खरीदने को मजबूर 
क्षेत्र के लोग इन दिनों 450 में एक टैंकर 60 में एक ड्रम व 3 रुपए में एक कट्टी पानी के हिसाब से नागरिक पैसे खर्च कर खरीद रहे हैं। आगामी दिनों में पानी के दामों में और भी वृद्धि हो जाएगी। जल आवर्धन योजना का सर्वे अभियान शुरु नगर परिषद बैराड़ में 20 करोड़ की लागत से बनने वाली जलावर्धन योजना का प्रारंभिक निर्माण कार्य एवं सर्वे कार्य योजना के अंतर्गत बनने वाली इंटक वेल पेयजल टंकी पाइप लाइन बिछाने आदि का सर्वे प्रारंभ हो चुका जिसे पूरा होने में कम से कम 3 साल लगेंगे।

ग्रामीण क्षेत्रों में भी है हालत खराब
खराब हालत ग्रामीण अंचलों में दिखाई दे रही है तहसील के ग्रामों की वात करें तो ग्राम मडरका में तीन हेडपंप है। जिनमें एक आधा-अधूरा हेडपम्प लगवाया गया जिसमें न ही पानी खींचने का हत्था लगवाया है जिसे आज दिनांक तक चालू नहीं किया गया उधर ग्राम वासी पानी के लिए त्राहि-त्राहि भटक रहे है एवं दूरदराजों से पानी लाने को मजबूर है। 

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