
हरिओम भार्गव ने बताया कि अगर मैं यह पेपर देने नही जाता तो मेरी पूरी एक साल खराब हो जाती। मैने सोचा की अगर में ये पेपर दे दूंगा तो कम से कम एक ही विषय में मेंरी सप्लीमेंट्री आएगी। यह सोचकर में अपने दर्द को भूल गया और मैने आज का पेपर देने की सोची,मेरा यह पेपर अच्छा गया।
मुझे डॉक्टर साहब की बात जंच गई
हरिओम ने बताया कि एक्सीडेंट होने के बाद मैं बिस्तर पर लेटे- लेटे यही सोचकर बहुत परेशान था कि मेरी साल बबार्द हो जाएगी, मुझे कहीं से भी सहयोग की उम्मीद नहीं दिख रही थीए लेकिन डॉक्टर साहब ने मेरी बात सुनी और मेरी हौसला अफजाई करने के साथ एंबुलेंस का प्रस्ताव दिया तो मुझे उनकी बात जंच गई। इसके बाद मैंने सोमवार को शहर के नंबर दो स्कूल में लेटे-लेटे हायर सेकंडरी का फ सल उत्पादन का पेपर दिया। स्कूल प्रबंधन ने मेरी सुविधा के लिए एक चपरासी भी मेरे पास खडा किया।