बदरवास। जिले के कोलारस में हुए उपचुनाव को लेकर सहरिया क्रांति पूरी तरह से मुस्तैद रही। कोलारस में पहली बार आदिवासी बोटरों ने शराब बंदी का विरोध कर चुनाव में भी शराब को अपने से दूर रखा। इतना ही नहीं सहरिया क्रांति की मुहिम के चलते आदिवासीयों ने क्षेत्र में बटने गर्ई शराब की पेटीयों को बांटने वालों के समाने ही फोड दिया और शराब के बदले बोट देने से इंकार कर दिया।
बीते रोज चुनाव से पहले भी ऐसा ही मामला प्रकाश में आया जहां आदिवासियों के बीच शराब बांटने पहुंचे सहरिया क्रांति के सदस्यों ने मामला दर्ज कराया है। सहरिया क्रांति के सदस्यों का आरोप है कि उक्त लोग जबरदस्ती गांव में शराब बांट रहे थे। जब आदिवासी ने मना किया तो चारों लोगों ने मिलकर उसकी मारपीट कर दी और जाति सूचक गालियां भी दी।
सहरिया क्रांति के संयोजक संजय बैचेन ने बताया है कि बीते रोज बलवीर पुत्र फितूरी आदिवासी निवासी धुवाई पेटाई ने पुलिस को शिकायत करते हुए बताया था कि 23 फरवरी को रात के 8 बजे के करीब रानू महाराज, योगे जाट, मनोज धाकड़ एवं एक अन्य व्यक्ति उनके मोहल्ले में आया और शराब बांट रहा था। जब मना किया और कहा कि हमने शराब छोड़ दी है शराब मत बांटो तो आरोपियों ने युवक के साथ गाली-गलौंज करना शुरू कर दिया और जब युवक ने गाली देने से मना किया तो सभी ने एक राय होकर मारपीट कर जाति सूचक गालियां देकर भाग गए।
घटना के बाद बलवीर सहरिया क्रांति के सदस्यों के साथ बदरवास थाने पहुंचा। जहां पुलिस ने फरियादी बलवीर पुत्र फितुरी आदिवासी की रिपोर्ट पर आरोपी रानू महाराज, योगोश जाट, संजीव जाट और मनोज धाकड़ निवासी सेमरी के खिलाफ धारा 294,323,34 ताहि, एचसीएसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर विवेचना में ले लिया है।
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