7वीं बार गर्भवती हुई महिला को अस्पताल में छोडकर फरार हुए परिजन

शिवपुरी। जमाना 21वी सदी में  प्रवेश कर गया है लेकिन समाज अभी भी बेटे और बेटी के फर्क नही कर पा रहा है। अपने वंश वढाने के लिए बेटे की चाह इतनी प्रबल है कि लोग अपनी जिंदगी भी दाव पर लगा देते है। ऐसा ही एक मामला आज जिला अस्पताल में सामने आया जहां बेटे की चाह में सातवी बार गर्भवती हुई 6 बेटियो की मां को जिंदगी और मौत के बीच छोडकर परिजन फरार हो गए। 

जानकारी के अनुसार मनीयर फतेहपुर निवासी नफीसा पत्नी इशाद खान उम्र 40 साल ने बेटे की चाह में एक-एक कर 6 बेटियो को जन्म दिया। 6 बार गर्भवती होने के कारण नफीसा शरीरिक रूप से कमजोर होने के बाद भी बेटे की चाह में सातवी वार गर्भवती हाने के कारण उसे अस्पताल में भर्ती कराया। 

बताया जा रहा है कि नफीसा 8 माह की गर्भवती नफीसा की अचानक बीते रोज तबीयात खराब होने के कारण उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान पता चला की नफीसा का हीमोग्लोबिन सिर्फ 5.6 ग्राम निकला और उसका बीपी भी बढा हुआ था। 

जानकारी मिल रही है कि नफीसा को बीते रोज अचानक फीट्स आना शुरू हो गए, उसे लेबर रूम में ले जाया गया, डॉक्टरो ने चैकअप करके उसे ग्वालियर रैफर कर दिया। ग्वालियर रैफर की बात सुन कर नफीसा का पति सहित उसके परिजन अस्पताल में उसे अकेला छोड कर फरार हो गए। 

अस्पताल प्रबधंन के माथे पर चिंता के बल पड गए। बडी ही मुश्किल से नफीसा की मां की जानकारी अस्पताल को मिली कि उसकी मां शारदा मंगलम में काम करती है। उसे अस्पताल में बुलाया गया,नफीसा की मां ने किसी तरह अपने दमाद को अस्पताल में बुलाया,लेकिन वह नफीसा के बेहत्तर ईलाज के लिए ग्वालियर ले जाने को तैयार नही हुए। 

बताया जा रहा है कि नफीसा के पति ने नफीसा को ग्वालियर ले जाने के बजाय पर्चे पर यह लिख कर अस्पताल प्रबंधन को दिया है कि वह नफीसा को ग्वालियर ले जाने को सक्षम नही है,और किसी प्रकार की अनहोनी के लिए वह स्वंय जिम्मेदार होंगें।