जनसुनवाई, कलेक्टर सहाब आपने मेरे नंबर को ब्लेक लिस्ट में क्यों डाल दिया जवाब दे: अभिनंदन जैन

शिवपुरी। जनसुनवाई में आज उस समय आश्चर्यचकित कर देने वाला वाक्या घटित हुआ जब सामाजिक कार्यकर्ता अभिनंदन जैन ने कलेक्टर तरूण राठी को एक शिकायती आवेदन देकर कहा कि उन्होंने मेरा मोबाइल नम्बर क्यों ब्लॉक कर दिया। पिछले कई दिनों से वह उनके मोबाइल पर जनसमस्याओं को लेकर संपर्क करने की कोशिश कर रहा है। ऐसी स्थिति में उनका मोबाइल नम्बर अनब्लॉक किया जाए। 

इस पर कलेक्टर श्री राठी ने उन्हें कहा कि यह मेरा अधिकार है कि मैं किसी का फोन रिसीव करूं या उसे ब्लॉक। कलेक्टर श्री राठी ने कहा कि आप अन्य किसी दूसरे नम्बरों से मुझसे बात करते हैं इसी तरह वह बात कर लिया करें मैं आपको अनब्लॉक नहीं करूंगा। इसी बात पर श्री जैन कलेक्टर से जवाब लेने को अड़ गए और दोनों के बीच वाद-विवाद शुरू हो गया। बाद में उन्हें समझाया तब जाकर उन्होंने अपनी शिकायतें कलेक्टर के समक्ष रखीं।

कलेक्ट्रेट कार्यालय में पहुंचे सामाजिक कार्यकर्ता अभिनंदन जैन ने कलेक्टर के समक्ष अपना शिकायती आवेदन दिया जिसे देखकर कलेक्टर राठी चौंक गए। आवेदन में उल्लेख किया गया है कि सेवा में हाथ जोडक़र विनम्र और सम्मानीय शब्दों में विधिवत लिखित आवेदन के साथ आपसे प्रार्थना करता हूं कि मेरे मोबाइल नम्बर क्रमश: 9425137797, 9826217772 को आपने ब्लॉक कर दिया है उन्हें खोलने की कृपा करें, क्योंकि आपके लैंडलाइन फोन पर आपसे बात नहीं हो पाती।

जिस कारण गंभीर विषयों पर आपको तत्काल सूचना नहीं दी जा सकती है। अत: जनहितैषी या गंभीर विषयों पर माननीय जी को तत्काल सूचित कर सकूं  जिसके लिए आपके मोबाइल नम्बर पर सम्पर्क किया जाना आवश्यक है। अत: महोदय मेरा आवेदन स्वीकार कर मेरी समस्या का निराकरण करें। 

आवारा सांडों और सरिया व्यापारियों को हटाने की मांग 
अपने ब्लॉक मोबाइल नम्बर की शिकायत लेकर पहुंचे सामाजिक कार्यकर्ता अभिनंदन जैन ने अपनी स्वयं की शिकायत का हल न होने के बाद कलेक्टर को जनसमस्या से अवगत कराते हुए कहा कि 25 दिसम्बर को उन्होंने एक आवेदन देकर मांग की थी कि शहर में आवारा सांडों को हटाने और झांसी तिराहे पर सरियों का व्यापार करने वाले व्यापारियों का अतिक्रमण हटाया जाए। 

लेकिन उनकी शिकायत पर आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। उन्होंने अपने दूसरा आवेदन देकर कलेक्टर से उक्त दोनों समस्याओं पर गंभीरता से विचार करने की बात कही। जिस पर कलेक्टर ने मामले को एसडीएम की ओर भेजते हुए कहा कि जल्द ही उनकी इस समस्या का हल हो जाएगा। इसके बाद श्री जैन वहां से हटे। 

बैंक ने शिक्षा ऋण देने से कर दिया इंकार 
इंजीनियरिंग के छात्र जसमन जाटव ने आज अपने पिता रामजीलाल जाटव के साथ जनसुनवाई में पहुंचकर आवेदन दिया कि उसे शिक्षा ऋण दिलाया जाए। सौंपे गए आवेदन में पीडि़त ने बताया कि उसने अपने पुत्र को पढ़ाने के लिए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की बदरवास शाखा में आवेदन दिया था, लेकिन उसके आवेदन को बैंक ने जमीन संबंधी गारंटी के कारण निरस्त कर दिया। चूंकि उसके पुत्र इंजीनियरिंग का छात्र है और उसका दाखिला आईईटी इंदौर में हो गया है, लेकिन वह आर्थिक रूप से काफी कमजोर है और वह अपने पुत्र का भविष्य खराब नहीं करना चाहता। 

पीडि़त ने कलेक्टर से मांग की है कि वह निर्देश जारी करें कि पीडि़त को ऋण दिया जाए। कलेक्टर ने इंजीनियरिंग छात्र जसमन जाटव से भी चर्चा की और उन्हें आश्वासन दिया कि वह इस मामले में बैंक अधिकारियों से चर्चा कर उन्हें हर संभव मदद दिलायेंगे।