शिवपुरी। वन विभाग ने मंगलवार कोलारस तहसील के तहत आने वाले ग्राम टुडयावद से वन भूमि पर कब्जा कर खेत कर रहे लोगों से जमीन को मुक्त कराया। वहीं आज जो लोग जमीन पर खेती कर रहे थे उन्होंने शिकायत दर्ज करवाई कि वन विभाग के अधिकारियों ने जबरन उनकी जमीन को अपना बताकर खेत में खड़ी फसल पर ट्रेक्टर व जेसीबी जलवाकर नष्ट कर दिया। हमने मौके पर वन विभाग के अधिकारियों को जमीन के पट्टे भी दिखाए लेकिन वह नहीं माने।
पट्टाधारियों ने आज शिवपुरी में आयोजित एक पत्रकारवार्ता में बताया कि शासन द्वारा उनको नियमानुसार कृषि के लिए पटवारी हल्का नं. 62 टुडयावद ग्राम टुडयावद तहसील कोलारस में वर्ष 1984 में पट्टे दिए थे। पट्टा भूमियां किसानों के नाम विधिवत राजस्व रिकार्ड में दर्ज हैं तथा 16 नवंबर 2014 को राजस्व विभाग एवं वन विभाग की संयुक्त टीम द्वारा सीमांकन किए जा चुके हैं जिसमें राजस्व अभिलेखानुसार भूमियां पट्टाधारियों के नाम पाई गई थीं एवं इसके बाद भी कब्जे सही पाए गए थे। इसी आधार पर वन विभाग को इन पट्टा भूमियों मे किसी भी तरह की दखल देने से मना किया गया था।
वहीं मंगलवार दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे के बीच वन विभाग के कर्मचारियों-अधिकारियों द्वारा हमारी पट्टा भूमियों पर जेसीबी व तीन ट्रेक्टरों से हमारी धनिया, त्योरा, मसरा, चना की फसलें नष्ट करवाना शुरू कर दिया गया। हमने आपत्ति की व अपने-अपने पट्टे दिखाए लेकिन पट्टे देखने से मना कर दिया गया।
इतना ही नहीं वन विभाग के कर्मचारियों व अधिकारियों द्वारा मौके पर कार्य करने वालों के साथ गाली-गलोंच कर हाथापाई की व धमकियां दीं। इस घटना में किसानों की लाखों रुपए की फसल बर्बाद हो गई। मामले में दोषियों के विरूद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज करवाकर नियमानुसार दण्डात्मक कार्रवाई करने की बात कही है।