जल के जगराते: 17 बोर आबादी केवल साढे 5 हजार, फिर भी कंठ प्यासे

शिवपुरी। नगरपालिका क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 27 में इन दिनों पानी के लिए भीषण संकट खड़ा हो  गया है और वहां सूखे के हालात निर्मित हो गए हैं लोग पानी के लिए कट्टियां लेकर दो-दो किमी दूर लाइन लगाकर पानी की जुगत में लगे हुए हैं। वार्ड में चलने वाले दो टैंकरों को नगरपालिका ने बंद कर दिया है। वहीं वार्ड में लगे 17 बोर भी पानी नहीं दे रहे हैं। जिससे वार्ड में पेयजल संकट बढ़ गया है। पार्षद हरिओम नरवरिया का कहना है कि पेयजल समस्या को लेकर उन्होंने नगरपालिका को पूर्व में आवेदन देकर अवगत करा दिया था, लेकिन नगरपालिका ने उनकी इस समस्या पर ध्यान नहीं दिया और आज वार्ड के हालात बदतर होते जा रहे हैं। 


वार्ड नम्बर 27, में 5500 लोगों की आबादी का क्षेत्र है जिसकी पेयजल की व्यवस्था के लिए पूर्व पार्षद अजय भार्गव के कार्यकाल में नगरपालिका ने 17 बोरों  का खनन कराया था, लेकिन देखरेख के अभाव  में यह बोर सूख  चुके हैं। 

हालात  यह हो गए हैं कि कुछेक बोर को छोड़ दिया जाए  तो उनमें पानी की एक भी बूंद नहीं बची है और जिनमें पानी आता  है  वह सिर्फ एकाध परिवार की ही प्यास  बुझाने  का  कार्य कर रहे हैं। 

उक्त वार्ड में शिवपुरी विधायक यशोधरा  राजे सिंधिया की निधि  से संचालित दो टैंकरों का संचालन किया जाता  था जिससे लोगों को काफी राहत थी, लेकिन नगरपालिका ने उक्त टैंकरों को भी बंद  कर दिया है। जिससे वहां हालात गंभीर हो गए  हैं। 

इनका कहना है- 
मेरे द्वारा टैंकरों के फेरे बढ़ाए जाने और बोरों में पाइप बढ़ाने के लिए सीएमओ को आवेदन दिया था, लेकिन आज तक उनके आवेदन पर कोई कार्यवाही नहीं हुई यहां तक कि उनके वार्ड में चलने वाले दो टैंकरों को  भी बंद कर दिया  गया है। 

उक्त टैंकरों  से मोहन नगर, इंद्रा कॉलोनी, मास्टर कॉलोनी, काली माई मंदिर, जाटव  मोहल्ला और कॉम्प्लेक्स के आसपास का क्षेत्र कवर होता  था, लेकिन अब टैंकर बंद होने  से इन स्थानों पर स्थिति खराब हो गई है। 
हरिओम नरवरिया, पार्षद, वार्ड क्रमांक 27