मोगली उत्सव: बच्चों ने सीखी क्लबिंग, पहेलिया बूझकर जंगल में छुपी चीजें खोजी

शिवपुरी। राज्य स्तरीय मोगली उत्सव के तहत 13 जिलों से आए 78 बच्चों और शिक्षकों को प्रकृति व परिवेश से परिचित कराने के साथ-साथ विषम परिस्थितियों में साहस और सूझबूझ के जरिए चुनौतियों से कैसे जूझा जा सकता है यह शनिवार को सिखाया गया। अलसुबह बच्चों को जंगल में ले जाया गया जहां ट्रेलहंट के जरिए सूझबूझ से जुड़ी गतिविधियां कराई गईं जिसमें बच्चों ने पहेलियों को बूझकर जंगल में छुपाई गई वस्तुओं को ढूंढ निकाला। इसी तरह बच्चों को विभिन्न तरह की क्लबिंग कला भी सिखाई गई। जिसमें बच्चों ने अपने हुनर का परिचय दिया। 

पहेलियों में छुपा वस्तु का नाम बच्चों ने ढूंढ निकाला
सबसे रोचक गतिविधि ट्रेलहंट रही जिसमें जैव विविधता के वॉलेंटियर देवेन्द्र सोनी व शाहिद अंसारी ने बच्चों को विभिन्न दलों में बांटा और जंगल के विभिन्न हिस्सों में कुछ वस्तुओं को अलग-अलग स्थानों पर छुपा दिया इसके बाद पहेली पढ़ी कि अपने मुंह से आग निकाले अपनी हड्डी आप जला ले, जिसे बच्चों ने  बूझा और छुपाई गई माचिस को ढूंढ निकाला। इस माचिस के साथ मौजूद कागज में दूसरी पहली लिखी गई थी जिसे बूझकर बच्चों ने उस वस्तु को और फिर इसी तरह एक के बाद एक पहेलियां बूझकर कई वस्तुओं को ढूंढ निकाला। इस दौरान बच्चों को वनस्पति और उसके औषधिये महत्व से भी परिचित कराया गया। 

रिवर क्रॉसिंग से लेकर सीखी कई तरह की क्लबिंग 
बच्चों को पर्वत, पेड़ व इमारतों पर चढऩे के लिए विभिन्न तरह की क्लबिंग व रिवर क्रॉसिंग जैसी साहसिक गतिविधियां भी शहर के हैप्पीडेज स्थित एडवेंचरस फील्ड में ट्रेनर मनोज मीटाई व स्काउट प्रभारी कमलकांत कोठारी ने सिखाईं। इस दौरान उन्हें लेडर क्लबिंग, टायरोलिन क्लबिंग, रिवर क्रॉसिंग, ब्लाइंड टेल जैसी गतिविधियां भी सिखाईं और उनमें उपयोग आने वाले उपकरणों की जानकारी दी। इसके बाद बच्चों ने इन साहसिक गतिविधियों का प्रदर्शन भी किया।

शाम को हुआ समापन बांटे पुरस्कार
राज्य स्तरीय मोगली उत्सव का शनिवार की शाम होटल गोल्ड स्टार में समापन समारोह आयोजित किया गया जिसके मुख्य अतिथि नेशनल पार्क डायरेक्टर एचएस मोहन्ता रहे। उनके अलावा प्रशासनिक व विभागीय अधिकारी भी मौजूद थे। कार्यक्रम में प्रदेशभर से आए बच्चों व शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र व पुरस्कार बांटे गए, साथ ही आयोजन समिति के सदस्यों को भी प्रमाण पत्र बांटे। इस अवसर पर डीईओ परमजीत सिंह गिल, प्राचार्य विवेक श्रीवास्तव, एमके शर्मा, विनय बेहरे, ऐश्वर्य शर्मा, अंगद सिंह तोमर, महेन्द्र तोमर, डॉ. प्रदीप भार्गव, एके रोहित, नीरज सरैया, महेश भार्गव सहित अन्य मौजूद रहे।