
इस बात की शिकायत मृतक के भाई ने पुलिस थाना नरवर में की तो सामने आया कि उक्त मृतक का आरोपी धर्मेन्द्र चौरसिया के घर आना जाना था। जिस पर धर्मेन्द्र ने अपनी बाईक मृतक के एक रिश्तेदार को दस हजार रूपए में बेच दी थी। उसके एवज में मृतक के रिश्तेदार ने धर्मेन्द्र चौरसिया को 3 हजार रूपए दे दिए। बाकी के रूपए अफसर को दे दिए।
इसी बात को लेकर दोनों में विवाद हुआ और इसी विवाद के चलते युवक की पत्थरों से कुचलकर हत्या कर दी। उसके बाद लाश को ठिकाने लगाने झांडियों में फैंक दिया। वही दूसरी और यह भी बताया गया है कि मृतक अफसर का धर्मेन्द्र चौरसिया के घर आना जाना था। जिसके चलते मृतक के धर्मेन्द्र की पत्नि से संबंध बन गए थे। बीते रोज धर्मेन्द्र घर पर नहीं था और अफसर घर आ गया। घर आकर दोनों रंगरेलिया मनाते हुए धर्मेन्द्र ने रंगें हाथों देख लिया।
इस पर धर्मेन्द्र को गुस्सा आ गया और उसने पत्थर से कुचलकर अफसर की हत्या कर लाश को ठिकाने लगा दिया। इस घटना में पुलिस ने मृतक के भाई की रिपोर्ट पर आरोपी धर्मेन्द्र के खिलाफ धारा 302,201 के तहत मामला दर्ज कर विवेचना में ले लिया है।