आप दस्तावेज दें, हम दिलाऐंगे आपको अधिकार: कलेक्टर राठी

शिवपुरी। शिवपुरी जिले के ऐरान गांव में आदिवासी समाज के बीच जनसंवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया इस संवाद में मुख्य रूप से जिलाधीश तरूण राठी, पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार पाण्डे, ग्राम पंचायत रायपुर के सरपंच सहित आदिवासी समाज व एकता परिषद की हक्की आदिवासी, रज्जो आदिवासी, गुड्डी बाई प्रमुख रूप से उपस्थित थीं। स्थानीय व्यक्ति लखन आदिवासी ने बताया कि आज भी एक गांव निजामपुर की आदिवासी बस्ती, भीमपुर और मिलनपुरा को नशा मुक्त करा दिया गया है। 

जनसंवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिलाधीश तरूण राठी ने आदिवासियों से चर्चा करते हुए कहा कि हमें बड़े सपने देखना चाहिए जब हम बड़े सपने देखें तो जरूर बड़े व्यक्ति बनेंगे और हमारे घर गाड़ी भी होगी। साथ ही उन्होंने कहा कि हम अपने घर, गांव को स्वच्छ और अपने बच्चों को शिक्षित, सजग बनाने स्वयं के लिए स्थानीय स्तर पर रोजगार की व्यवस्था सुनिश्चित कर अपनी पीढिय़ों का भविष्य बेहतर बनाने की दिशा में नहीं बढेंगे तब तक बात अधूरी ही रहेगी। शासन और सरकार का प्रयास है कि वह योजनाओं के माध्यम से वह सभी सुविधायें मुहैया कराऐं जो संभव व नीतिगत हो। जिससे गांव, गरीब का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित किया जा सके। 

साथ ही जिलाधीश ने कहा कि वन अधिकार को अभियान के रूप में चलाने जा रहे हैं उन्होंने कहां कि जिस आदिवासी भाई के पास वर्ष 2005 के पहले पट्टे, रसीदें, या अन्य कोई दस्तावेज हैं तो उनको संभाल कर रखें आपके यहां वन अधिकार अभियान के तहत पटवारी, तहसीलदार एवं वन विभाग के अधिकारी आयेंगे और आपसे दस्तावेज मांग कर आपकी जमीन का अधिकार देकर जायेंगे। हमारे पास वन अधिकार 14 हजार आवेदनों को निरस्त किया है। दीपावली क सफाई में आपको अपने अधिकार संबंधी दस्तावेज मिल जाये तो उसे जरूर संभालना। 

सरकार ने अपको 12 हजार रूपए देकर शौंचालयों का निर्माण कराया है उनका उपयोग जरूर करें। पुुलिस अधीक्षक सुनील कुमार पाण्डे ने आदिवासी भाई बहिनों से चर्चा करते हुए कहा कि हमें अपने गांव को नशा मुक्त करना है क्योंकि इस नशे के कारण कई माता-बहिनों घरों में नौनिहालों बच्चों का भविष्य अंधेरे में पड़ा हुआ है। यदि नशे की लत नहीं होगी तो वहीं नौनिहाल माता-पिता के सहयोग से समय पर आंगनबाड़ी या स्कूल जाकर अच्छी शिक्षा ग्रहण करेगा और अपना तथा अपने परिवार का विकास करेगा। इसलिए हमें नशे की लत को त्यागना चाहिए।

इसके बाद उन्होंने कहा कि जिस आदिवासी भाई की जमीन के पट्टे हैं और उनके पट्टे पर यदि कोई दबंग खेती कर रहा है तो इस बात की शिकायत करें हम उसे तत्काल उसका अधिकार दिलवायेंगे जिससे वह उस जमीन पर खेती करके अपने परिवार का जीवन यापन कर सके। वहीं इसी प्रकार की एक समस्या का पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार पाण्डे ने तत्काल प्रेम पत्नि रामकिशन आदिवासी को तत्काल पट्टे की जमीन को दबंग से मुक्ति दिलाने के लिए स्थानीय थाना क्षेत्र को सूचित किया वहीं दूसरी महिला संज्जू आदिवासी की जमीन को मुक्त कराने की बात कहीं।

कार्यक्रम के पूर्व आदिवासी महिलाओं ने कलेक्टर तरूण राठी एवं पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार पाण्डे का तिलक कर, पुष्प भेंट किए तथा अपनी स्थानीय भाषा में स्वागत गीत भी सुनाए कार्यक्रम का संचालन वर्षो से आदिवासियों की सेवा में जुटे रामप्रकाश शर्मा ने किया एवं ग्राम ऐरावन में भीमपुर, मिलनपुरा, निजामपुर, पीपलखाड़ी, गोपालिया, किशनपुर, खोडऩ, कोलियाआई, बढख़ाड़ी, कल्याणपुर, धमकन, मडख़ेड़ा, पडुआ, सूड़ से आए आदिवासी एवं महिलाओं की समस्याओं से अवगत कराया। इस बीच श्रीमती हक्की बाई ने पलायन रोकने, रज्जो ने शिक्षा रोजगार तथा गुड्डी बाई ने वन भूमि पट्टों की बात रखी। वहीं कल्यापुर की गुन्दू बाई ने सुगम, सुरक्षित आवागमन के लिए नाव की बात रखी। इस अवसर पर एकता परिषद के जिला संयोजक रामप्रकाश शर्मा, पत्रकार वीरेन्द्र भुल्ले प्रमुख रूप से उपस्थित थे।