दम तोड़ते अस्पताल के मामले में भाजपा जिला अध्यक्ष ने दिया विवादित बयान

शिवपुरी। भाजपा सरकार ने शिवपुरी के स्वास्थय को एक ओर तगडा झटका दे दिया है कि जिले के सरकारी अस्पताल में संचालित अपातकालीन सेवा ट्रॉमा सेंटर बजट के अभाव में बंद होने के कगार पर है। जैसा कि विदित है कि जब मप्र शासन के स्वास्थय मंत्री रूस्तम सिंह को शिवपुरी का प्रभारी मंत्री बनाया गया था तो शायद लगा कि शिवपुरी के अस्पताल में सुविधाओं का ईजाफा होगा लेकिन इसे कहने में कोई अतिशोयक्ति नही है कि अस्पताल में लगातार सुविधाओ की हत्या हो रही है। इस समय जिला अस्पताल में कोई भी विशेषज्ञ डॉक्टर नही है। मरने वाले को जीवन देने वाला यूनिट आईसीयू बंद पूर्व में हो चुका है, अब एक्सीडेटं केसो के लिए आपातकालीन सेवा ट्रोमा सेंटर को भी बंद बजट के आभाव में किया जा रहा है। इस मामले में अभी तक किसी जनप्रतिनिधि ने आवाज नही उठाई है।

जब शिवपुरी समाचार डॉट ने भाजपा के जिला अध्यक्ष से इस मामले में बात की तो उन्होने कहा कि अस्पताल के हालात सुधारने के लगातार प्रयास किए जा रहे है। प्रभारी मंत्री से अस्पताल में मामले में बात रखी जाऐगी। इसके बाद सुशील रंघुवशी ने मेडिकल स्पेशलिस्ट डॉक्टरो के अस्पताल से रूखसत होने का ठीकरा जनता पर ही फोड़ दिया। 

कहा कि महौल निगेटिव होना भी एक बहुत बडा कारण है कि यहां मेडिक़ल विशेषज्ञो ने बीआरएस ले लिया है। मेडिकल ऑफिसर नही है,इस बात का सीधा-सीधा अर्थ है कि यह न तो सरकार की गलती है और न ही शासन प्रशासन की। अस्पताल में डॉक्टरो का न होना शहर की जनता की गलती है। कुल मिलाकर शिवपुरी के अस्पताल में अब दिखाने के लिए भवन खडे है, लेकिन सुविधाएं और डॉक्टर नही है।

वही इस मामले में कांग्रेस के जिला प्रवक्ता हरवीर रघुवंशी से बात कि गई तो उन्होने कहा कि हमारी केन्द्र सरकार की सभी जनहितैषी योजनाओ को भाजपा सरकार बंद कर रही है, इसमें से ट्रॉमा सेंटर एक है। शिवपुरी अस्पताल में धीरे-धीरे सभी यूनिट बंद हो रहे है। यह सरकार का फैलीयर है कि वह जिला लेबल के अस्पताल में मेडिकल विशेषज्ञ की व्यवस्था नही कर पा रही है।