कलेक्टर के पैर पकड़ने वाले दिव्यांग धर्मेन्द्र को पहले ही मिल चुकीं है दो साईकिल

शिवपुरी। बीते मंगलवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय में आयोजित जनसुनवाई में पहुंचे दिव्यांग धर्मेन्द्र पुत्र ख्यालीराम जाटव ने कलेक्टर के पैर पकडक़र ट्राई साईकिल की मांग की। इस खबर ने लगभग सभी प्रमुख अखबारों मेंं सुर्खियां बटोरी। आज प्रशासन ने मामले की असलियत का पर्दाफाश किया है। प्रशासन का कहना है कि उक्त युवक को पहले ही 2 साइकिल मिल चुकीं हैं। जिसमें सांसद निधि से भी वर्ष 2013-14 में दी गई ट्रायसाईकिल भी शामिल है। 

सामाजिक न्याय विभाग के उपसंचालक वी.डी.गुप्ता ने बताया कि मध्यप्रदेश शासन सामाजिक न्याय विभाग भोपाल द्वारा जारी 20 जून 2013 के नियमानुसार यदि किसी दिव्यांग युवक एवं युवती को एक बार ट्रायसाइकिल प्रदाय करने के उपरांत दूसरी बार ट्राइसाइकिल 5 वर्ष बाद ही प्रदाय की जाएगी। शासन के निर्देशों के अनुसार दिव्यांग धर्मेन्द्र जाटव को निर्धारित समय-सीमा के पूर्व ट्रायसायकिल प्रदाय किया जाना संभव नहीं है।