कलेक्टर ने यशोधरा के नाम के आगे नहीं लगाया श्रीमंत, सरकार की मंशा को दिखाया ठेंगा

शिवपुरी। बीते समय से चल रहा श्रीमंत के नाम पर चल रहा विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा कि फिर श्रीमंत को नया विवाद सामने आने की संभावना बन गई है। अभी हाल ही में शिवपुरी जिले में पदस्थ हुए कलेक्टर तरूण राठी ने सरकारी न्यौते में यशोधरा के नाम के आगे श्रीमंत नहीं लगाया है। जिसे लेकर शिवपुरी की राजनीति में भूचाल आ सकता है। ऐसा नहीं है कि श्रीमंत को लेकर चला आ रहा मामला पहला हो। इससे पहले भी इस मामले को लेकर भूचाल मच चुका है। 

श्रीमंत के अलंकरण को लेकर जहां भाजपा सरकार के केबीनेट मंत्री जयभान सिंह पवैया ने अशोकनगर में सार्वजनिक बयानी कर कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया पर हमला बोला था तब यह मामला खासा सुर्खियों में आया था। उस समय जहां शिवपुरी विधायक श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने इस बिन्दु पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर श्रीमंत को परिभाषित भी किया था वहीं खुद भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार चौहान के ग्वालियर दौरा कार्यक्रम के समय यशोधरा राजे सिंधिया को श्रीमंत लेख किया गया था, तब पार्टी ने इस पर प्रतिक्रिया जताते हुए कहा था कि यह सालों से चली आ रही परम्परा का हिस्सा है राजमाता में पार्टी की गहरी आस्था है ऐसे में यशोधरा राजे के नाम के आगे श्रीमंत लिखने में कुछ भी गलत नहीं। 

यह मुद्दा इस समय इसलिए सुर्खियों में फिर से इसलिए आया क्योंकि जिला प्रशासन ने स्वतंत्रता दिवस समारोह की मुख्य अतिथि शिवपुरी विधायक एवं केबीनेट मंत्री श्रीमंत यशोधरा राजे सिंधिया को श्रीमंत लिखने से किनारा किया है जो कि सब दूर चर्चा का विषय है। सूत्रों का कहना है कि आधिकारिक तौर पर श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया को श्रीमंत की उपाधि प्रदेश सरकार द्वारा बाकायदा गजट नोटिफिकेशन के द्वारा दी गई है।

मतदाता सूची में भी उनके नाम के आगे श्रीमंत से ही शुरूआत हुई है। ऐसे में सरकारी महकमे के आमंत्रण पत्र में उन्हें श्रीमंत का सम्बोधन न दिया जाना अपने आप में गम्भीर चूक का विषय कहा जाए अथवा किसी पॉलिटिकल एप्रोच का परिचायक यह तो प्रशासन जाने। 

इनका कहना है-
जिला जनसंपर्क कार्यालय से यह आमंत्रण पत्र वितरित किए गए है मगर जहां तक छपाई की बात है तो ये आमंत्रण पत्र तहसीलदार मेहरा की देखरेख में छपे है। उन्हीं से पूछिए में इस मामले में और कुछ भी नहीं कह सकता। 
अनूप भारती, जिला जनसंपर्क अधिकारी शिवपुरी