मुन्ना के समर्थन में कर्मचारी, ठेकेदार पर शासकीय कार्य में बाधा का मामला दर्ज कराने की मांग, कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

शिवपुरी। नगर पालिका परिषद में बुधवार को कर्मचारियों ने काम काज ठप्प कर दिया और कार्यालय पर ताले जड़ दिए और बाद में सभी कर्मचारी मिलकर कलेक्ट्रेट पहुंचे जहां कलेक्टर के नाम का ज्ञापन डिप्टी कलेक्टर को सौंपकर मंगलवार को परिषद में अध्यक्ष से अभद्रता करने वाले ठेकेदार पर शासकीय कार्य में बाधा का मामला दर्ज करने की मांग रखी। आश्वासन मिलने के बाद कर्मचारी कार्यालय वापस लौटे। यह ज्ञापन भारतीय मजदूर संघ से सम्बद्ध नगर पालिका वर्कर्स आर्गेनाइजेशन शिवपुरी द्वारा डिप्टी कलेक्टर को सौंपा गया। नगरपालिका कर्मचारियों  व सफाई कर्मियों का कहना है कि नगर पालिका परिषद सभापति का भरी परिषद में अपमान करने वाले ठेकेदार के विरूद्ध धारा 353 की कार्यवाही की जाए। यदि ठेकेदार के खिलाफ प्रकरण दर्ज नहीं किया नपा में काम रोको, नपा ठप्प करो का आंदोलन जारी रहेगा। 

कल नगर पालिका परिषद की बैठक में अध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह का अपमान और अभद्रता कर ठेकेदार अर्पित शर्मा ने परिषद की कार्यवाही में बाधा डाली। नपाध्यक्ष के आवेदन पर पुलिस कोतवाली में धारा 254, 506 के अंतर्गत प्रकरण दर्ज किया है। आरोपी ने परिषद के शासकीय कार्य में बाधा डाली है और परिषद का कार्य करते समय नपाधिनियम की धारा 352 के अंतर्गत सभापति लोक सेवक के कर्तव्य का निर्वाहन कर रहे थे तभी ठेकेदार ने लोकसेवक का अपमान कर परिषद के कार्य में बाधा डालकर शासकीय कार्य को वाधित किया है। 

ठेकेदार द्वारा किए गए अपराध के अनुरूप पुलिस ने नियत संगत धाराओं में कार्यवाही नहीं की है। ठेकेदार के विरूद्ध धारा 353 की कार्यवाही के लिए पुलिस प्रशासन को निर्देशित करें अन्यथा की स्थिति में अध्यक्ष और सभा के सम्मान की खातिर हम अनिश्चित काल के लिए विरोध प्रदर्शन करेंगे। जब तक न्याय संगत कार्यवाही नहीं होती तब तक नपा में काम रोको, नपा ठप्प करो का आंदोलन जारी रहेगा।  

दोपहर 2 बजे के बाद खुले ताले 
सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर 1 बजे तक नगर पालिका कार्यालय में ताले लगे देखे और नपा में घटना के विरोध में कोई भी कर्मचारियों ने काम नहीं किया। तत्पश्चात सभी नपा कर्मचारियों ने सफाई कर्मचारियों को साथ लेकर दोपहर 1 बजे के बाद सभी लोग एक जुट होकर जिलाधीश के नाम एक ज्ञापन सौंपा जिसमें ठेकेदार के खिलाफ धारा 353 का प्रकरण दर्ज करने की मांग की गई। तब कहीं जाकर नगर पालिका के ताले खुले और काम काज शुरू हो सका।