रक्षाबंधन पर 18 घण्टे रही बिजली गुल, भोपाल शिकायत केन्द्र भी उपभोक्ताओं को करते रहे गुमराह

शिवपुरी। बिजली की आंख मिचौली से शिवपुरी में फिर से चिमनी युग की शुरूआत होती दिखाई दे रही है क्येांकि विद्युत मंडल के अधिकारी बगैर सूचना के चाहे जब लाईट की कटौती कर देते हैं। कभी हाईटेंशन लाईन खराब होती है तो कभी डीपी से फॉल्ट बताकर कटौती कर दी जाती है। जब उपभोक्ता द्वारा भोपाल शिकायत केन्द्र पर शिकायत की जाती है तो उनका एक ही कहना रहता है कि आधे घंटे में लाईट चालू कर दी जाएगी।

लेकिन कई घंटे गुजर जाने के बाद भी इनका आंधा घंटा पूरा नहीं होता है। जब इस सबंध में विद्युत मंडल के वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की जाए तो उनको शासन द्वारा उपभोक्ता की समस्या सुनने के लिए दिए गए मोबाईल फोन हमेशा बंद रहते हैं। इतना ही नहीं यदि घंटी चली भी जाती है तो उपभोक्ता का फोन उठाने अपनी तौहीन समझते हैं। यहां उल्लेख करना प्रासंगिक होगा कि  बीती रात्रि को तो लाईट की ऐसी कटौती की गई रात्रि 2 बजे से गई लाईट शाम 7 बजे तक नहीं आ सकी। 

इस संबंध में भोपाल शिकायत केन्द्र पर लाईट उपभोक्ताओं द्वारा कई बार शिकायत की जाती है, लेकिन लाईन में खराबी आने के नाम पर 12 घंटे तक लाईन बंद कर रखी। जिससे उपभोक्ता काफी परेशान रहे। इतना ही नहीं इसके बाद भी 12 घंटे में आई लाईट पुन: चली गई और दो घंटे बाद फिर चालू की गई। इससे साफ जाहिर होता है कि कहीं न कहीं बिद्युत मंडल के अधिकारी अपनी मनमर्जी करने में लगे हुए हैं। जबकि वही बिजली के बिलों के नाम पर हजारों रूपए के बिल उपभोक्ता को थमाए जा रहे हैं। जब इस बात की शिकायत की जाती है तो अधिकारियों का कहना रहता है अपाके घर की खपत अधिक है। जब बिद्युत आई नहीं रही तो फिर खपत किस बात की है? 

दर्जनों के शिकायत के बाद भी इंद्राकॉलोनी के फेस नहीं होता ठीक
इन्द्राकॉलोनी के उपभोक्ताओं द्वारा बिद्युत टीपी से एक फेश पर अधिक लोड होन के कारण वह चाहे जब नारायण चक्की की डीपी से उसका फेश उड़ जाता है। जिसकी शिकायत स्थानीय उपभोक्ताओं द्वारा दर्जनों पर कर दी जाती है, कर्मचारियों आन-फान ठीक भी कर दिया जाता है लेकिन इसके बाद दो से तीन घंटे ठीक चलते के बाद फिर फेश उड़ जाता है। 

ऐसी स्थिति उपभोक्ता को तीन से चार घंटे अंधेरे में बैठक कर इन विद्युत कर्मियों का इंतजार करना पड़ता है और दर्जनों शिकायत भोपाल शिकायत केन्द्र करने के बाद पुन: ठीक हो पाता है। ऐसी स्थिति विद्युत मंडल के स्थानीय अधिकारी इस डीपी से फेश क्यों बार-बार उड़ जाता है। इस बात की ओर कोई वरिष्ठ अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। या अधिक लोड़ तो दूसरे फेश कनेक्शनों को डाल दिया जाए जिससे इस गंभीर समस्या से निजात मिल सके और उपभोक्ता राहत की सांस ले सकें।