
जानकारी के अनुसार त्रिलोकेश पुत्र द्वारिका नाथ गौड़ उम्र 16 वर्ष विगत 12 जुलाई को शाम 5 बजे सावन के दौरान घर में डाले गए झूले पर झूल रहा था तभी वह झूले की रस्सी में उलझ गया और उसका गला रस्सी में फंस गया जिससे वह बेहोश हो गया।
आनन फानन में परिजन उसे जिला अस्पताल लेकर आए जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। यह मामला अस्पताल चौकी पुलिस ने संज्ञान में लिया और मर्ग कायमी हेतु कोलारस थाने को प्रकरण स्थानांतरित कर दिया। इस घटना के बाद घर पूरे गांव में शोक का माहौल निर्मित हो गया है।