
थाना बामौरकलां क्षेत्र के एक गांव मे विवाहित महिला का पति की शराब की लत के कारण परिवार टूटने के कगार पर था। दु:ख की बात ये है कि उनका बच्चा बीमारी के कारण अस्पताल मे भर्ती था। इन हालातों मे कौंसिलिंग की गयी और पती ने अपनी भूल स्वीकार कर शराब छोडने और पुन: नया जीवन शुरू करने का वचन दिया।
काउंसलर भरत अग्रवाल ने दंपत्ति को बच्चे के इलाज के लिये 1000 रुपये सहायता स्वरूप दिये। एक अन्य केस मे करैरा निवासी दंपत्ति मे मोबाइल को लेकर विवाद था। महिला का पती मोबाइल के कारण शक करता था जिसके कारण शुरु हुआ विवाद तलाक का कारण बन गया परिवार परामर्श के कुशल काउंसलरों ने समझाइश से उन दोनों में समंजस्य स्थापित किया।
और करवा दी सुलह अवसर पर एएसपी कमल मौर्य परिवार परामर्श केन्द्र के जिला संयोजक आलोक एम इन्दौरिया, सब इंस्पेक्टर श्रीमती ढिल्लन सहित रवजीत ओझा, गुंजन अजय खेमरिया, श्रीमती आनंदिता गांधी, शिखा अग्रवाल,श्रीमती किरण अशोक ठाकुर,श्रीमती प्रीति जैन, पुष्पा खरे, एश्वेता गंगवाल, उमा मिश्रा, स्नेहलता शर्मा, प्रीती जैन, सुरेशचंद्र जैन, एचएस चौहान, राजेन्द्र राठौर, एड.संतोष शिवहरे, भरत अग्रवाल, राजेश गुप्ता, राजेश जैन राजू, राकेश शर्मा, डॉ.इकबाल खान, डॉ.विजय खन्ना, नरेश गोंडल, मथुरा प्रसाद गुप्ता परामर्श हेतु उपस्थित थे।