
लेकिन किसी का भी दिल नहीं पसीजा। रात्रि करीब 9:30 बजे जब सुरवाया पुलिस वहां पहुंची तो बालिका के शव वैन में रखवाने के लिए पुलिसकर्मियों ने मृतिका के भाई से कहा लेकिन अस्पताल प्रशासन का कुप्रबंधन देखिए कि वहां शव को रखने के लिए स्ट्रेचर भी नहीं हार थककर गम में चूर रोता बिलखता उसका भाई बहन के शव को अपने कंधे पर रखकर अस्पताल के मुख्य द्वार पर खड़े पुलिस वाहन तक पहुंचा।
इस दौरान पुलिसकर्मी उस पीडि़त भाई को निर्देश देता रहा बाद में इसके बाद शव को पीएम हाउस ले जाया गया। मन को झकझोरने वाले इस भयानक दृश्य को देखकर वहां मौजूद हर किसी की आंख नम हो गई लेकिन अस्पताल में मौजूद स्टाफ और पुलिस का मन नहीं पसीजा।