शिवपुरी। जिला अस्पताल की संवेदनाएं किस हद तक शून्य हो गई हैं इसका अंदाजा बीती रात्रि अस्पताल परिसर में घटित हुई एक घटना ने स्पष्ट कर दी जहां अस्पताल स्टाफ के साथ साथ पुलिस के सामने मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना ने मन को झकझोर दिया। हुआ यूं कि शाम के समय विषैली वस्तु को खाकर एक सत्रह वर्षीय बालिका सविता को उसके परिजन पुलिस के साथ अस्पताल लेकर आए जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया और उसका शव पीएम हाउस न पहुंचाते हुए ट्रामा सेंटर में रख दिया जहां दो घंटों तक बालिका का शव पड़ा रहा और उसकी मां और भाई सिर पटक पटककर उसके सामने रोते रहे।
लेकिन किसी का भी दिल नहीं पसीजा। रात्रि करीब 9:30 बजे जब सुरवाया पुलिस वहां पहुंची तो बालिका के शव वैन में रखवाने के लिए पुलिसकर्मियों ने मृतिका के भाई से कहा लेकिन अस्पताल प्रशासन का कुप्रबंधन देखिए कि वहां शव को रखने के लिए स्ट्रेचर भी नहीं हार थककर गम में चूर रोता बिलखता उसका भाई बहन के शव को अपने कंधे पर रखकर अस्पताल के मुख्य द्वार पर खड़े पुलिस वाहन तक पहुंचा।
इस दौरान पुलिसकर्मी उस पीडि़त भाई को निर्देश देता रहा बाद में इसके बाद शव को पीएम हाउस ले जाया गया। मन को झकझोरने वाले इस भयानक दृश्य को देखकर वहां मौजूद हर किसी की आंख नम हो गई लेकिन अस्पताल में मौजूद स्टाफ और पुलिस का मन नहीं पसीजा।
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