एजूकेशन के नाम पर सनराईस में चला रहे थे चिटफंड कपंनी, चार दबौचे

सतेन्द्र उपाध्याय, शिवपुरी। अभी-अभी खबर आ रही है कि शहर के सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के सामने संचालित होटल सनराईस में अवैध चिटफंड का कारोवार चल रहा था। जिसकी सूचना पर पुलिस ने चार आरोपीयों को दबौच लिया है। पुलिस इन आरोपीयों से पूछताछ में जुटी हुई हैै। वही होटल संचालक इस मामले में इन आरोपीयों को बचाने की फिराक में है। 

जानकारी के अनुसार आज शिवपुरी समाचार डॉट कॉम को मुखबिर से सूचना मिली कि होटल सनराईस में कोई सेमीनार का आयोजन किया जा रहा है। जिसपर शिवपुरी समाचार की टीम मौके पर पहुंची और जाकर देखा तो होटल सनराईस में नीचे एक होल में एक सेमीनार चल रहा था। जब इसमें शिवपुरी समाचार ने जाने जब इसमें जाने का प्रयास किया तो अंदर से ताला लगा हुआ मिला।

इस बात की जानकारी तुरंत शिवपुरी समाचार ने कोतवाली टीआई संजय मिश्रा को दी। जहां टीआई ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल पुलिस को मौके पर पहुंचाया। जहां पुलिस इन चिटफंड के संचालकों  को लेकर कोतवाली आ गई और इनसे पूछताछ में जुटी हुई है। पुलिस ने इन आरोपीयों से जब उक्त मामले में कागजात मांगे तो वह कोई भी कागज नहीं दिखा पाए। 

बताया गया हैै उक्त आरोपी बी ब्रिज नाम से ऑनलाईन एजूकेशन के नाम पर छात्रों से 16 हजार रूपए जमा कराते है। उसके एवज में उक्त छात्रों को आजीवन सदस्यता देते हुए एजूकेशन प्रोवाईड कराते हैै। उसके बाद इसमें प्रारंभ होता है चैन का सिस्टम जिसमें चैन सिस्टम के चलते एक युवक को अपने झांसे में फंसाने के लिए 2 से 3 हजार रूपए का कमीशन देने की बात कह रहे है। 

इस संबंध में पुलिस ने पूछा कि शिवपुरी में सेमीनार आयोजित करने से पहले क्या किसी से परमीशन ली तो वह कोई भी परमीशन नहीं दिखा पाए। पुलिस ने इस मामले में शहर के चार युवकों को दबौच लिया है। जिनसे पूछताछ कर मामला क्लीयर कर रही है। विदित हो कि कुछ समय पहले ओपीसी के नाम से उक्त होटल में एक फर्जी चिंटफड कंपनी संचालित हो रही थी। 

जो शहर के भौले भाले छात्रों से 8 हजार रूपए लेकर रफू चक्कर हो गए थे। जिस पर पुलिस ने उक्त मामले में आरोपीयों पर धारा 420 का मामला दर्ज कर जेल भेज दिया था। आज भी उक्त कंपनी के द्वारा ठगे छात्र अपने रूपए के लिए भटकते घूम रहे है। इसी तर्ज पर यह कंपनी भी छात्रों से 16 हजार रूपए लेकर ऑनलाइन एजूकेशन का संचालन कर रहे हैैं। इसके एवज में उक्त आरोपी चेन सिस्टम के जरिए लोगों को अपनी कंपनी में जोडते है और अपना व्यवसाय का संचालन करते है। इनमें से एक आरोपी अपने आप को यादव बस संचालक का बेटा बता रहा है।