आदिवासीयों की जमींन को जोत कर बीज डाल गए दबंग

शिवपुरी। एक ओर प्रशासन गरीब आदिवासियों की जमीनों को दबंगों से मुक्त कराने के दावे करता है वहीं प्रशासन की नाक के नीचे पोहरी अनुविभाग के ग्राम नोन्हैटा खुद में गरीब आदिवासियों की जमीन पर गाँव के दबंग यादव और धाकड़ों द्वारा कब्जा कर लिया गया है। हालात यह है कि दबंगों ने गरीब आदिवासियों द्वारा जोती गई जमीन पर खुद का बीज डालकर फसल बोने की तैयारी कर ली है। सहरिया क्रांति एक सामाजिक आंदोलन के सदस्यों ने प्रशासन से माँग की है कि यदि प्रशासन ने आदिवासियों को उनकी जमीनों पर उनका हक वापस नहीं दिलवाया तो सहरिया क्रांति जमीन वापसी के लिए आंदोलन करेगी। 

जानकारी के अनुसार ग्राम नोन्हेटा खुर्द निवासी खेमचंद आदिवासी पुत्र माखन आदिवासी ने बताया कि मेरी तीन बीघा जमीन पर गाँव के ही दबंग सीताराम यादव और उसके साथियों ने जबरन कब्जा कर लिया है। खेमचंद की मानें तो उसके द्वारा जमीन जोतकर फसल बोवनी की तैयारी की जा रही थी तभी गाँव के दबंग यादव वहाँ आ धमके और उन्होंने हम गरीब आदिवासियों को मौके से खदेड़ दिया और हमारी जमीन पर बाजरा का बीज डाल दिया। 

यादवों ने खेमचंद और उसके परिवार को धमकी दी कि यदि दोबारा इस तीन बीघा जमीन के आसपास दिखे तो जान से मार डालेंगे। खेमचंद का कहना है कि उसकी आधा बीघा जमीन पर भी गाँव के ही रामजीलाल धाकड़ के बेटे विजय धाकड़ और किलोई धाकड़ ने जमीन पर कब्जा कर रखा है जो अपनी राजनैतिक पकड़ की धौंस इन गरीब आदिवासियों को देते हैं। 

सीताराम यादव ने कहा कि मैंने अधिकारियों को 90 हजार रुपए दिए हैं और उसने ही मुझे इस जमीन पर कब्जा दिलवाया है जबकि रामजीलाल के बेटों ने बताया कि हमने भी 60 हजार रुपए आधा बीघा जमीन के दिए हैं। अब इस पूरे मामले को लेकर सहरिया क्रांति कलेक्टर तरुण राठी और पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार पाण्डेय से मिलेगी और न्याय की माँग करेगी, यदि प्रशासन ने आदिवासियों के साथ न्याय नहीं किया तो क्रांति के  सदस्य जमीन वापसी के लिए आंदोलन करेगी।