हाईटेंशन लाईन में उलझे 2 ग्रामीण, तड़प-तड़प कर मौत, पूरी रात उलझे रहे करंट में शव

शिवपुरी। सिरसौद थाना क्षेत्र के ग्राम गेहलौनी में बीती रात्रि 11 केव्ही लाईन विस्फोट के बाद टूट कर गिर गर्ई। इससे घर के बाहर सो रहे दो आदिवासी युवकों की करंट लगने से मौत हो गई। करंट का प्रवाह बना रहने से दोनों मृतकों के शव रात भर तारों में उलझे रहे और सुबह जब लार्ईन बंद की गई तब जाकर मृतकों के शव बाहर निकाले गए। आज सुबह दोनों मृतकों को ट्रेक्टर में रखकर ग्रामीण शिवपुरी लाए जहां उनका पीएम कराया गया। इस घटना में विद्युत विभाग की लापरवाही उजागर हुई। ग्रामीणों ने मांग की है कि विद्युत कर्मियों पर कार्यवाही की जाए। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम गेहलोनी में गर्मी से बचने के लिए दो आदिवासी युवक सड़क पर खटिया डालकर सो गए। रात्रि करीब 1:30 बजे अचानक से गांव से निकली 11 के.व्ही की लार्ईन में फॉल्ट हुआ और जोरदार धमाके के साथ चिंगारी निकली। 

जिससे तार टूट कर सोते हुए आदिवासी युवकों पर गिर गए जिससे घटना स्थल पर ही बारेलाल पुत्र पंक्षी आदिवासी उम्र 45 वर्ष और रामचरण पुत्र मांगीलाल आदिवासी उम्र 30 वर्र्ष की घटना स्थल पर ही दर्र्दनाक मौत हो गई। 

अचानक हुए विस्फोट से गांव में हडकंप पूर्ण स्थिति निर्मित हो गई और ग्रामीण घरों से बाहर निकल आए कर्ई बार ग्रामीणों ने बिजली अधिकारियों को फोन लगा, लेकिन किसी का भी फोन नहीं लगा। इस दौरान रात भर टूटे पड़े तारों में करंट का प्रवाह बहता रहा। 

और दोनों मृतक तारों में उलझे पड़े रहे ग्रामीणों का आरोप है कि उन्होंने डायल 100 पर सूचना दी लेकिन वहां पहुंचे पुलिस कर्मियों ने शवों को नहीं उठाया। इस कारण रात भर शव वहीं पड़े करंट के प्रवाह के कारण लोग अपने घरों में नहीं गए औैर उन्होंने रात आम सडक पर गुजारी। 

रात भर ग्रामीणों ने सडक पर जाग कर काटी रात
ग्राम गेहलोनी में बिजली तार टूटने से दो आदिवासी युवकों की मौत के बाद गांव में मातम का माहौल व्याप्त हो गया। लाईन बंद करने के लिए ग्रामीणों ने विद्युत विभाग सहित डायल 100 पर घटना की सूचना दी लेकिन जब कहीं सुनवार्ई नहीं हुई तो करंट से लोगों के बचाव हेतु ग्रामीण रात भर सडक पर पड़े रहे और उन्होंने जाग कर रात काटी। सुबह 6 बजे ग्रामीण एकत्रित होकर सब स्टेशन गए तब जाकर लार्ईन में विद्युत की सप्लार्ई बंद की गई।