
बताया जा रहा है कि आदिम जाति कल्याण विभाग में संचालित योजनाओं के अनुसार छात्रों के खातों में सीधी राशि हस्तांतरण की जानी थी परंतु संबंधित अधिकारी आईयू खान ने ऐसा नहीं किया और सामग्री खरीदकर छात्रों में वितरित करा दी। इसमें 155 तरह की खरीदियां हुईं हैं जिसमें गड़बड़ियां पाईं गईं।
बताया जा रहा है कि आदिम जाति कल्याण विभाग में हुआ घोटाला पूर्व कलेक्टर राजीव चंद्र दुबे की सरपरस्ती में हुआ। आरोप है कि पूर्व कलेकटर दुबे भी इस घोटाले में शामिल थे। अत: दोनों अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।