वन विभाग से परेशान आदिवासी: भोपाल तक पैदल मार्च की तैयारी में आदिवासी

शिवपुरी। शहर से 8 किमी की दूरी पर आदिवासी बसाहट वाले ग्राम बिनैगा के आदिवासी इन दिनों वन विभाग की मनमानी से परेशान हैं, वन विभाग इस गाँव को वन भूमि में होनेे की बात कहकर इन गरीब आदिवासियों को इनके आशियानों से बेदखल करने की तैयारी में दिखाई दे रहा है।

वन विभाग के अधिकारीए कर्मचारियों ने कई बार गाँव में जाकर इन गरीब आदिवासियों को गाँव से चले जाने की बात भी कही है। वन विभाग के इस रवैये से परेशान गाँव के लगभग 70 आदिवासी परिवार आज जनसुनवाई में अपनी फरियाद लेकर कलेक्टर से गुहार लगायेंगे और यदि न्याय नहीं मिला तो शिवपुरी से भोपाल तक ये आदिवासी पैदल मार्च करेंगे।

प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय से महज 8 किमी की दूरी पर बसे आदिवासी गाँव बिनेगा में इन दिनों 70 से अधिक परिवार निवास करते हैं, शासन द्वारा यहाँ शासकीय स्कूल, आंगनबाड़ी और पंच भवन तैयार कर इस गाँव को दिया है। शासन द्वारा कई आदिवासी परिवारों की कुटीरें भी यहाँ स्वीकृत हो चुकी हैं, जिनका निर्माण जारी है। 

एक ओर तो प्रदेश सरकार सहित केन्द्र सरकार हर गरीब को छत देने की बात कर रही है वहीं दूसरी ओर वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी इन आदिवासियों की शिकायत ऊपरी स्तर पर कर चुके हैं और इन्हें गाँव से खदेडऩे की तैयारी कर रहे हैं। 

वन विभाग द्वारा जिन गरीब आदिवासी परिवारों के खिलाफ शिकायत की गई है उनमें महेश पुत्र मुरारी, सिकन्दर पुत्र जादो, किशन पुत्र दौजी, गुड्डी पत्नि नारायण, राधा पत्नि दुर्गा, सिरनाम पुत्र पारीक्षत, कैलाश पत्नि फडदेव, रामदेई पत्नि रतन सिंह, कल्लो पत्नि रामचरण एवं रामचरण आदि शामिल हैं।

वन विभाग और अन्य दबंग किस्म के लोगों द्वारा इन गरीब आदिवासियों को साजिशन खदेडऩे की तैयारी कर रहे हैं। इन आदिवासियों ने बताया कि इस समय हमारी कुटीरों के निर्माण भी अधूरे हैं और हम पूर्व में अपने कच्चे घरों को हटाकर शासन द्वारा स्वीकृत पक्के कुटीरों का निर्माण कर रहे हैं।