
इससे पूर्व कार्यक्रम का स्वागत भाषण देते हुए राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त मछुआ कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष राजू बाथम द्वारा भगवान निषाद राज एकेवट की त्रेता युग में भूमिका मत्स्य गन्धा एवं भीष्म पितामह की द्वापर युग में चरितार्थ स बाद के साथ-साथ काली माता कलकत्ता की स्थापना राशमणि केवट, बिलासपुर का नाम बिलाषा केवट के नाम पर रखा गया। माझी समाज राष्ट्रवादी समाज पूर्व थी और आज भी है भविष्य में भी रहेगी। समाज को शिक्षित करने हेतु बल प्रदान करने की मुख्य बात रेखांकित की।
कार्यक्रम के प्रारभ में निषाद भगवान पर माल्यापर्ण दीप प्रज्ज्वलन श्रीमंत द्वारा किया गया। केबिनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया का भव्य स्वागत राजू बाथम के साथ समाज के संरक्षक डॉं हरी शंकर बाथम, रामचंद्र बाथम, एएम एल राकयवार, रामकुमार केवट,बी एल बाथम, जिला अध्यक्ष गिर्राज बाथम, मोहन बाथम दौलत माझी, देवेंद्र बाथम, नरेश बाथम, सोनू बाथम, गोविन्द बाथम, देवेंद्र माझी, विपिन माझी,योगेश बाथम एवं अन्य समाज सेवी द्वारा किया गया। आभार अजय बाथम ने एवं कर्यक्रम का संचालन महेंद्र बाथम द्वारा किया गया। उक्त कर्यक्रम माझी जनजाति कल्याणकारी संस्था के तत्वाधान में आयोजित किया गया।