
हरी झंडी देने के बाद नहीं की गई मॉनिटरिंग
कृषि महोत्सव के तहत प्रत्येक ब्लॉक में दो-दो वाहन कृषि रथ के रूप में चलेंगे। शनिवार को इन कृषि रथों को पोहरी विधायक प्रहलाद भारती द्वारा कलेक्टोरेट से हरी झंडी दिखाकर रवाना कर दिया गया। लेकिन यह रथ अपने निर्धारित रूट चार्ट पर पहुंचे कि नहीं इस पर कलेक्टर सहित कृषि विभाग के अन्य अधिकारियों ने कोई मॉनिटरिंग नहीं की।
बताया जाता है कि पहले दिन निर्धारित गांवों में यह कृषि रथ पहुंचे ही नहीं। इसके अलावा इन रथों में एलसीडी, माईक व अन्य प्रचार प्रसार की सामग्री नहीं थी। रथों में यह सामग्री संबंधित ठेकेदार ने लगाई ही नहीं। बिना एलसीडी के ही इन कृषि रथों को रवाना कर दिया गया। कोलारस, बदरवास, शिवपुरी ब्लॉकों में तो यह रथ जनपद पंचायतों के कार्यालय में खड़े नजर आए।
20 लाख के बजट को ठिकाने लगाने की तैयारी
कृषि महोत्सव के तहत जिले को 20 लाख रुपए का बजट मिला है। इसमें कृषि रथ चलाने के अलावा जागरूकता सहित अन्य कार्यक्रम होने हैं। इस बजट को अब अधिकारी अपने हिसाब से खर्च कर इसे ठिकाने लगाने में लगे हैं। इस महोत्सव में कुछ चिंहित ठेकेदारों को बिना टेंडर प्रक्रिया अपनाए ही कुछ काम कृषि विभाग के अफसरों ने चिंहित ठेकेदारों को दे दिए।
जिसकी कोई विज्ञप्ति अखबारों में नहीं छपवाई गई। आनन-फानन में अब कृषि मेला भी आने वाले दिनों में लगाकर इसका बजट ठिकाने लगाया जाएगा। कुल मिलाकर कलेक्टर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी सीएम शिवराज सिंह चौहान से जुड़ी योजनाओं पर कोई निगरानी नहीं कर रहे हैं।
क्या कहते हैं अधिकारी
शनिवार को पहला दिन था इसलिए कुछ प्रॉब्लम रहीं। खटारा गाड़ियों को लेकर इन्हें हटाने के लिए हमने संबंधित ठेकेदार से बोल दिया है। कुछ दिन में यह कृषि रथ रूट चार्ट के हिसाब से चलेंगे और पंचायतें भी होंगी।
आरएस शाक्यवार
उपसंचालक कृषि शिवपुरी