प्रेक्षक अशोक शर्मा कोमा में, प्रशासन को नहीं फिक्र, कर्मचारी आक्रोशित

शिवपुरी। माध्यमिक शिक्षा मंडल की परीक्षा में अशोक शर्मा पूर्व ब्लॉक शिक्षा अधिकारी शिवपुरी को रन्नौद परीक्षा केन्द्र का प्रेक्षक बनाया गया था। श्री शर्मा 23 मार्च को अपनी निजी मोटरसाइकिल से रन्नौद जा रहे थे। रास्ते में आवारा जानवर से टकराने से शर्मा दुर्घटना में घायल हो गए थे। जिन्हें शिवपुरी उपचार हेतु जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन उनकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें चिकित्सकों द्वारा ग्वालियर रैफर कर दिया गया, लेकिन चार दिन बीत जाने के बाद भी आज तक उनकी हालत में सुधार नहीं बताया जा रहा है। श्री शर्मा गंभीर स्थिति को देखते उन्हें दिल्ली के वेदांता हॉस्पीटल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों ने उन्हे कोमा में घोषित किया है। 

कम्रचारी संयुक्त मोर्चा के जिलाध्यक्ष राजेन्द्र पिपलौदा एवं कमलकांत कोठारी, प्रधानाध्यापक संघ के जिलाध्यक्ष रोहिणी अवस्थी ने बताया कि इस गंभीर हालत में एक शिक्षक की आर्थिक स्थिति इतनी मजबूत नहीं है कि वह इतने बड़े हॉस्पीटल में उपचार का व्यय वहन कर सके। इस संबंध में एक ज्ञापन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम जिलाधीश ओमप्रकाश श्रीवास्तव को सौंपा जाएगा और मांग की जाएगी कि अपनी ड्यूटी पर तैनात प्रेक्षक श्री शर्मा घायल हुए हैं। जिनके उपचार का खर्चा मध्य प्रदेश शासन से वहन करें। 

इस संबंध में एक ज्ञापन 30 मार्च 2017 को शाम 5 बजे कलेक्टर ओपी श्रीवास्तव को सौंपा जाएगा। इस संबंध में कर्मचारी कांग्रेस के जिलाध्यक्ष राजेन्द्र पिपलौदा, अरविन्द सड़ैया, राजकुमार सड़ैया, हुकुम सिंह राजे ने कहा कि इतना बड़ा हादसा होने के उपरांत भी प्रशासन का एक अदना सा कर्मचारी भी श्री शर्मा को देखने चिकित्सालय नहीं पहुंचा। इससे कर्मचारी जगत में आक्रोश व्याप्त है। 

ज्ञापन में शामिल होने की अपील करने वालों में अजमेर सिंह यादव, धर्मेन्द्र सिंह रघुवंशी, चन्द्रशेखर शर्मा, रशीद खांन साबिर, मोह मद राशिद, स्नेह रघुवंशी, राजकुमार सड़ैया, अरविन्द सड़ैया, दुर्गा प्रसाद ग्वाल, अतर सिंह धानुक, कमलकांत कोठारी, सुशील अग्रवाल, रामकृष्ण रघुवंशी, मनमोहन जाटव,भरत सिंह तोमर,डॉ. हरीश शाक्य, महावीर मुदगल, रामलखन मुड़ौतिया, महेश भार्गव, कल्याण सिंह वर्मा, रामेश्वर गुप्ता आदि ने शामिल है।