शिवपुरी। केरल में बामपंथी आतंकवाद के विरोध में तीन घंटे का धरना जनाधिकार मंच द्वारा एच डी एफ सी बैंक के सामने मुख्य चौराहे पर दिया गया। जिसमें विभिन्न संगठनों के वक्ताओं ने वामपंथी अत्याचार को प्रस्तुत किया। जब से केरल में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार मई 2016 से अस्तित्व में आयी है तब से संघ व संघ के अनुसांगनिक संगठनों के कार्यकताओं पर द्वेष के आधार पर हमले किये जा रहे है खासकर कुन्नूर का बो क्षेत्र जो स्वयं मुख्यमंत्री का क्षेत्र है।
इन्ही विषयों को आज संघ व संघ के समस्त अनुसांगनिक संगठनों के कार्यकर्ताओं ने मंच से रखा। वक्ताओं के रूप में अमित दुबे ने कहा कि कन्हैैया जैसे लोग वामपंथी विचारधारा के लोग है जो देश को तोडऩे के साथ भारत मुर्दाबाद के नारे लगाते है क्या ऐसे लोगो को देश में रहने का अधिकार है।
मयंक दीक्षित ने कहा कि जो लोग देश से आजादी मांगते है उनको देश से आजादी दे देनी चाहिए। नवीन गिरी जी महाराज ने कहा कि आसुरी शक्तियों के नाश को ईश्वर ने भी सही बताया है। गिरीश महाराज ने कहा कि हमारी परंपरा सभी को जोडऩे की है लेकिन जो भारत को ही तोडऩे की बाते करे बो भारत का हो ही नहीं सकता।
पुरुषोत्तम जी गौतम ने कहा कि आज देवभूमि केरल को तहस नहस वामपंथी विचार धारा ने कर दिया है, जो लोग संघ के स्वयंसेवको पर हमला केवल इस लिए करते है क्योंकि उनको राष्ट्रवाद से भय है। राजेश गोयल,उमेश शर्मा,अतुल शर्मा ने कहा कि वामपंथी राष्ट्र और राज्य की परिकल्पना पर विश्वास नहीं करते बो तो सभी को लाल झंडे के नीचे लाना चाहते है उसके लिए कितनी ही मारकाट क्यों न करना पढ़े।
वीरेंद्र रघुवंशी ने कहा कि जब मोदी जी के नेतृत्व में भारत आगे बढ़ रहा है सारा विश्व भारत का सिक्का मान रहा है तब केरल की घटना भारत के बढ़ते कदमो को ही रोकना है। गुरु तेग सिंह जी, सुरेश दुबे ने अपने वक्तव्य को रख भारत को तोडऩे बाले, राष्ट्रवादियों के विरुद्ध रचे जा रहे कुचक्र को प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर बोलते हुए विभाग प्रचारक ब्रजकांत जी ने कहा कि जिस विचार धारा में केवल हिंसा ही मूल धर्म है,जो जे एन यू जैसे संस्थानों से अपनी मानसिकता के दर्शन कराती है, जिसके सदस्य देश के टुकड़े करने और आजादी के नाम पर देश के तोडऩे की बात करते है, केरल में बो लोग चिन्हित कर कर के संघ के स्वयंसेवको पर हमला करते है और इसे ही अपनी विचारधारा को प्रबल करना मानते है, मई 2016 से अभी तक 200 से भी अधिक कार्यकर्ताओं पर हमला कर या तो उन्हें मार दिया गया है या गंभीर रूप से घायल कर दिया गया है।
इस सब के बाद भी संघ के स्वयंसेवक भयभीत नहीं बल्कि अपना कार्य में लगे है लेकिन अब पानी सर के ऊपर जा चूका है। इसी लिए आज धरने का आयोजन किया गया है। धरने के उपरांत सभी रैली के रूप में अनुशासित ढंग से कलेक्टरेट गए व कलेक्टर को राष्ट्रपति जी के नाम ज्ञापन सौंपा। इसमें सबसे आगे बैनर लिए कार्यकर्ता, उसके बाद हाथों में त ितयां लिए कार्यकत्र्ता उसके बाद महिलाऐं व उनके पीछे समस्त संगठनों के लोग पंक्तिबद्ध रूप से कलेक्टरेट पहुँचे, जहां ज्ञापन सरनाम सिंह जी यादव ने कलेक्टर को सौंपा।
इससे पूर्व मंच पर सरनाम सिंह जी यादव, तेग सिंह जी, नवीन गिरी जी महाराज एव गिरीश जी महाराज उपस्थित रहे। धरने में 2000 से अधिक कार्यकर्ताओं की भागीदारी रही। कार्यक्रम का संचालन आशुतोष शर्मा ने किया।