फिर पकडाई गई शहर वासियो को लोलीपोप:शहर मार्च में ही बना अप्रैल फूल

बात मन की, ललित मुदगल।शब्द कडे हो सकते है क्षमा करना, परन्तु सवाल शिवपुरी के भविष्य का है तो लिखना ही पडेगा। क्योंकि शिवपुरी के भविष्य पर शिवपुरी वासी अभी तक सो रहे है।  और शहर के धैर्य को भी सलाम करते है कि बार-बार लोलीपोप पकडने की समर्थ रखता है। 

हम बात करते है शिवपुरी की सिंध परियोजना की। आते-आते बूढी हो चुकी परियोजना पर आई नही। शिवपुरी के प्यासे कंठो के मुद्दे पर मेरे पार्षद से लेकर इस देश प्रधान मंत्री नरेन्द्र भाई मोदी भी लंबा चोडा भाषण पेल चुके है। कुल मिलाकर शिवपुरी की जल समस्या से रूबरू हमारे भारत के प्रधान मंत्री हो चुके है। 

इस योजना के पूरी होने की डेढ लाईन सुन-सुन कर कान पक गए है,मै छापते-छापते परेशान हो चुका हूॅ और आप पढते-पढते। सुना है कि यशोधरा राजे सिंधिया ने फिर इस योजना की डेढ लाईन जून तक फिर जारी कर दी है। मतलब 90 दिन बाद आपके घरो में सिंध का जल प्रवेश कर सकता है। 

अब राजे साहब इस वक्तय को कल कहती तो मान लेते की अप्रैल है और अप्रैल फूल बना दिया होगा। परन्तु अभी तो मार्च चल रही है। यह भी नही मान सकते,हां मार्च में ही अर्प्रैल फूल बना दिया तो कोई बात नही हम तो शिवपुरी वासी है धैर्य के ब्रांड ऐबेसडर है हम तो साल के सभी महिनो में अप्रैल फूल बन जाते है। 

सुनने मे यह भी आ रहा है कि अगर कंपनी ने जून तक काम पूरा नही किया तो कंपनी को ब्लैक लिस्टेट कर दिया जाऐगा। अच्छी बात है जो काम नही करता उसे दंड भी मिलना चहिए। परन्तु इससे शहर को क्या फायदा कंपनी को ब्लैक लिस्टेट करने शहर को क्या फायदा हमे पानी तो नही मिलेगा।। 

शहर को कोई मतलब नही है कि कौन काम करे कैसे काम करे उसे तो काम से मतलब। सीधी-सीधी बात शहर को पानी चाहिए पानी आने के वादे नही। इस समय शहर में भीषण जल संकट से लड़ रहा है। कट्टी कल्चर शहर की संस्कृति बन गई है। इस नवरात्रि में मैया के जागरते कम पानी के लिए जगराते ज्यादा हो रहे है। 

नगर पालिका ने गर्मियो में पानी की व्यवस्था के नाम पर इतने करोडो फूक डाले जितने इस योजना पर खर्च हो रहे है। जब शहर ने सिंध को लेकर आंदोलन किया था तब उसे जल्द ही सिंध की पूरी होने का आश्वासन दिया गया। परन्तु अभी तक पानी नही आया है। 

अब राजे साहब ने फिर शहर को लोलीपोप पकडा दी पानी जून तक आ जाऐगा। इस गर्मी में शहर वासियो की गर्मी न बड़ जाए तो एक कार्रवाई का ऐलान भी कर दिया कि कंपनी को ब्लैक लिस्टेट कर दिया जाऐगा। कुल मिलाकर फिर हमे मार्च में अप्रैल फूल बना दिया गया है।