मानवता:यात्री बस बनी एंबुलेंस, बस स्टेण्ड की बजाय बेहोश महिला को लेकर पहुंची अस्पताल

शिवपुरी। बैसे तो आपने सुना होगा कि बस चालक टक्कर मारकर फरार, यात्री बस नहीं रूकी और मरीज तडपता रहा। लेकिन आज जिले में एक बस संचालक ने ऐसी मिसाल कायम की जिसे देखकर सभी चकित और हैरान रह गए। आज बस के चालक ने बस में बेहोश हुई महिला को यात्रियों की और समय की परवाह किए बिना ए बयूलेंस बनाकर सीधा अस्पताल ले पहुंचा। इस घटना के अस्पताल का लापरवाह स्टांफ बस को देखकर चकित रह गया।

दरअसल हुआ कुछ यूं कि ग्वालियर से शिवपुरी आ रही अशोक ट्रेवल्स की बस में सावित्री परिहार उम्र 30 वर्ष , अपने ढाई साल के बेटे के साथ गुना के लिए सवार हुई थी, लेकिन सुभाषपुरा के बाद अचानक सावित्री की तबीयत इतनी बिगड़ गई कि वह बस में ही बेहोश हो गई और उसका बदन तेज बुखार से तप रहा था, मासूम भी बुखार से पीडि़त था और मां के बेहोश हो जाने पर उसने भी रोना शुरू कर दिया। 

इसी बीच बस में सवार यात्रियों की नजर अचानक बेहोश हुई महिला पर पड़ी तो सब हरकत में आ गए, तब तक बस सतनवाड़ा पहुंच चुकी थी। बस में सवार महिला यात्रियों ने बेहोश महिला की तीमारदारी शुरू कर दी, वहीं कुछ यात्रियों ने बच्चे को संभाला। 108 को भी सूचना दी गई, लेकिन रिस्पांस नहीं मिला। महिला की हालत लगातार बिगड़ रही थी। 

इसके बाद बस ग्वालियर बायपास चौराहे से बस स्टैंड जाने की बजाय चालक सीधा बस को लेकर जिला अस्पताल पहुंचा। यहां तत्काल स्ट्रेचर लाकर और यात्रियों की मदद से महिला को स्ट्रेचर पर लेटाकर अस्पताल के भीतर भर्ती कराया गया। 

यहां डॉक्टरों ने महिला का उपचार शुरू कर दिया और अब उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। भले ही बस में सवार यात्रियों और स्टाफ का इस महिला से कोई रिश्ता नहीं था, लेकिन सबने जिस तरह मानवीयता का परिचय देते हुए एक जि मेदार नागरिक की भूमिका निर्वहन किया, उसकी सराहना हो रही है। इस घटना के बाद यात्रियों ने उक्त महिला के मोबाईल से सिम निकाल कर परिजनों को सूचना दी। तो पता चला कि उक्त महिला गुना की रहने बाली है और यह ग्वालियर में अपने रिस्तेदार के यहां गई हुई थी।

इस घटना में बस में बैठे यात्रियों ने भी चालक से कहा कि बस को बस स्टेण्ड न ले जाते हुए सीधे अस्पताल ले चलो। अब उक्त महिला की हालात खतरे से बाहर बताई जा रही है।