बडी खबर: फर्जी आदिवासी प्रमाण से फौज में नौकरी हथियाई

शिवपुरी। जिले के आदिवासियों के हको पर बाहरी लोगों द्वारा फर्जीवाड़ा कर डाका ढाला जा रहा है। हाल ही सीआरपीएफ में फर्जी आदिवासी बनकर नौकरी हासिल करने का मामला प्रकाश में आया है। इस मामले में सहरिया क्रांति ने पुलिस को शिकायत की है। पुलिस ने सीआरपीएफ में फर्जीवाडे नौकरी हाासिल करने के मामले में पवन पुत्र केदार सिंह निवासी नगला बहरवती आगरा और हुकुम सिंह जाट पुत्र चंदन सिंह जाट को ट्रेस किया है। 

इन दानो ने सन 2008-09 में सीआरपीएफ में फर्जी आदिवासी बनकर नौकरी हासिल की थी और ये दोनो इन दिनो ज मू कशमीर में सेवारत है। कार्यवाही की जद में आए इन सिपाहियो ने स्वयं का शिवपुरी की हरिजन बस्ती फिजीकल क्षेत्र का निवासी बताया है। 

पुलिस ने चार माह पूर्व सामने आए इस फर्जीबाड़े को जांच में लिया है। पुलिस ने जांच की तो सामने आया है कि पवन और हुकुम ने तहसीलदार के हस्ताक्षर करा जाति प्रमाण पत्र लगाया है। जिसमे आदिवासी होना दर्शाया गया है। हुकुम सिंह और पवन ने 2 मई 2009 में शिवपुरी से सहरिया आदिवासी का जाति प्रमाण पत्र बनवाया।

बताया जा रहा है कि पवन का नाम यूपी के नगला में वोटर लिस्ट में भी दर्ज है। दोनो ही यूपी के नगला के निवासी है। और दोनो ने शिवपुरी के फिजीकल क्षेत्र के हरिजन बस्ती का निवासी बताकर फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनबाया है। पुलिस इस और जांच कर रही है कि इनका जाति प्रमाण पत्र किसने और कैसे बनवाया।