
इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए श्री सिंधिया ने कहा कि मैं आपके परिवार का सदस्य हूं तथा क्षेत्र का विकास एवं प्रगति करना मेरा दायित्व है। लेकिन जो स्नेह और प्यार आप मुझे देते हैं उसके लिए मैं हमेशा आपका कृत्यज्ञ रहूंगा।
प्रारंभ में निरपत सिंह यादव और रामकृष्ण यादव सरपंच ने श्रीफल एवं शॉफा भेट कर श्री सिंधिया का स्वागत किया। श्री सिंधिया ने अपने उदबोधन में कहा कि नोटबंदी के बाद में किसान, व्यापारी, महिलाऐं एवं युवा परेशान हैं। देश की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो गई है उन्होंने महिलाओं से कहा कि हमारा पैसा जो हम थोड़े-थोड़े 10-10 5-5 रूपये जोडक़र एकत्रित करती हैं उसको भी मोदी ने क्षणभर में कागज के टुकड़े बना दिया।
प्रदेश में बैंकों की लाईन में लगकर सैंकड़ों बुजुर्गों एवं गर्भवती महिलाओं की मौतें हो चुकी हैं। किसानों की मूल लागत भी नहीं निकल पा रही है किसान काफी चिंतित है। सिंधिया ने कहा कि आपको मेरे साथ सडक़ों पर उतरकर प्रदेश सरकार को उखाड़ फेंकना होगा। सभा को विधायक रामसिंह यादव, बैजनाथ सिंह यादव, हरवीर सिंह रघुवंषी, रविन्द्र षिवहरे, रामकृष्ण यादव, सीताराम रावत, सोहन गौड़, ने संबोधित किया।
स्वागत करने वालों में सरपंच रामकृष्ण यादव, हरिओम रघुवंषी, गजरीबाई, प्रभारी अषोक चौधरी, भरतसिंह चौहान, धर्मेन्द्र जैन, ओ.पी. भार्गव, सरनाम सिंह पटेल, राजकुमार यादव, तोफान आदिवासी, रामभरोसी शर्मा, उदय भारती, मनीष शर्मा, चंदन सिंह, हेमन्त आदिवासी, बबलू बड़ेरा, प्रवेन्द्र शर्मा सहित अनेक लोगों ने स्वागत किया।
इन सडक़ों का हुआ भूमि पूजन
टुडय़ावद से कैलधार- 3.90 किमी, 172.63 लाख रूपये
देहरदा ईसाागढ़ से संगेश्वर - 3.70 किमी, 180.36 लाख रूपये
पड़ोराडांग से बसई - 9.30 किमी, 475.42 लाख रूपये
दीगोधी से कु हरौआ जागीर - 4.30 किमी, 168.58 लाख रूपये