
कलेक्टर श्री ओमप्रकाश श्रीवास्तव ने उक्त आशय के निर्देश गत दिनों सडक़ सुरक्षा समिति की आयोजित बैठक में मु य नगर पालिका अधिकारी शिवपुरी को दिए।
उन्होंने इस संबंध में दिए गए निर्देशों में उल्लेख किया है कि अच्छे परिणाम तब तक प्राप्त नहीं हो सकते, जब तक हम पूरे शहर की अधोसंरचनात्मक विकास की चर्चा न करें और स्थानीय निकाय अपने क्षेत्र में पार्किंग शुल्क तथा अन्य नियम विनिमय लागू न करे।
उन्होंने इस संबंध में दिए गए निर्देशों में उल्लेख किया है कि उक्त बिन्दुओं पर कार्यवाही हेतु नगर पालिका किसी सिटी प्लानर या कन्सलटेंट की सेवाए प्राप्त कर दस्तावेज तैयार कराए। नगर पालिका में पूर्व से जीआईएस उपलब्ध होने के कारण इस मैप की विभिन्न लेयर्स में पाईप लाइन, बिजली के ख बे, सडक़ो इत्यादि का डाटा भी संकलित किया गया हैए इस कार्य के लिए उक्त मैप का उपयोग किया जाए।
जीआईएस मैप पर चौराहा, प्रत्येक सार्वजनिक स्थल, प्रत्येक महत्वपूर्ण सडक़ का विस्तार से सर्वे कराकर उक्त जीआईएस मैप पर इस प्रकार से अंकित किया जाए। जिससे स्पष्ट हो सके कि किस खंबे को हटाना है या किस चौराहे को किस स्तर पर विकसित किया जाना है।
इसमें यह भी अंकित होगा कि परिवहन में कौन-कौन सी मु य बाधाएं स्थल पर है, जिन्हें दूर किया जाना है। स्थिति को समझने के लिए उक्त स्थलों की फोटोग्राफी तथा वीडियोग्राफी भी कराई जाए। जिसे देखकर भी आवश्यक निर्णय लिए जा सके।
चौराहो के विकास के लिए सर्वप्रथम कुछ मु य चौराहे तय कर लिए जाए जिनमें लाईट की व्यवस्था, हाईमास्ट लगाने की व्यवस्था की जाए, जिससे रात्रि में पर्याप्त प्रकाश रहे और शहर में बदलाव महसूस किया जा सके।
इसी प्रकार मु य चौराहो को ट्रेफि क इजीनियरिंग के हिसाब से कन्सलटेंट के माध्यम से रिडिजाइन कराया जाए और उसकी क प्यूटर ईमेज भी तैयार की जाए। जीआईएस मैप पर खाली स्थान पर पार्किंग के लिए प्रावधान किया जाए। शहर में होकर्स जोन के लिए जीआईएस मैप से स्थल का आंकलन करके वैज्ञानिक आधार पर जोन तैयार किया जाए।