खोखले प्रशासनिक दावे: 18 माह से स्वीकृत राशी के लिए दर दर भटकते ग्रामीण

इमरान अली/कोलारस। ग्राम पंचायत सुमैला के ग्रामवासियाो ने पंच नामा बनाकर ग्राम पंचायत के सचिव एवं पूर्व सचिव पर कर्तव्य का दुरूपयोग करने एवं स्वीकृत राशी का पूर्ण भुगतान होने के 2015 व 2016 चलते गुहार बदरवास तहसील, कोलारस जनसुनवाई, शिवपुरी जनसुवाई के दौरान कलेक्टर से लगा चुके है लेकिन कोई सुनने को तैयार नही है।

मामला शासन द्वारा स्वीकृत कुए के लिए स्वीकृत हुई राशी के बंदर बांट का है। जिसमें ग्राम पंचायत सुमैला में पदस्त सह. सचिव मोहनसिंह यादव एवं पूर्व में पदस्त सचिव राधाचरण शर्मा पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए आरोपो में कुआ निर्माण के लिए स्वीकृत राशी का बंदरबांट किया गया है। 

आवेदक का कहना है मेंने अपने लिए सरकारी योजना के तहत एक कुंआ स्वीकृत कराया था जिसमें हम 10 मजदूरो ने मिलकर कार्य किया था जिसका हमें 2.94 हजार भुगतान होना था लेकिन अभी तक हमें कुल 39 हजार रूपए ही मिले है। बाकी की राशी के बारे में प्रशासनिक जि मेदार अधिकारी कुछ भी नही बता रहे और मुझे दिन रात 18 महीने से इधर से उधर घुमाया जा रहा है ।

ग्रामीणो ने अपने हक के लिए गांव सुमैला से सेंकड़ो लोगो के साथ मिलकर बदरवास तक पैदल मार्च किया था जब बदरबास के पूर्व थाना प्रभारी बीके छारी ने ग्रामीणो को समझाकर मामले पर गंभीरता से लेकर मामले की जांच कर दोशियो पर कार्यवाही करने के लिए आश्वासित किया था लेकिन आज दिनांक तक कोई कार्यवाही नही हुई। जबकी अपनी हक की लड़ाई के लिए 05 जनवरी से बदरबास में धरना जारी है। भ्रष्टाचार का शिकार हुए लोगो का कहना है। अपने हक के लिए आखरी सांस तक लड़ेगे।

अधिकारी बने मूक दर्शक दाबे खोखले साबित - 
ग्रामीणो का आरोप है कई बार शिकायत कर चुके है। लेकिन सचिवो की दबंगई के चलते न कोई अधिकारी शिकायत को गंभीरता से सुनता न कार्यवाही करता जिसके चलते ग्रामीणो में रोष व्याप्त है। ग्राम पंचायत सुमेंला में भ्रष्टाचार और पूर्व सचिव एवं सहायक सचिव की दवंगई से तंग आकर एवं सही कार्यवाही न होने के चलते 2015 में आवेदन कोलारस एसडीएम को दिया एसडीएम ने 7 दिन में जांच कर उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया लेकिन सात दिन तो क्या महीनो  बीत जाने के बाद भी न तो पैसा वापस मिला न कोई कार्यवाही की गई। 

इनका कहना है-
में दो साल से अपनी राशी के लिए भटक रहा हूं । हद तो तब हो गई जब एक किसी ने मुझसे कहा की तु हें कोई कुंआ स्वीकृत ही नही हुआ और शिकायत करने पर मुझे जानसे मारने एवं फर्जी पुलिस कैश में फंसाने की धमकी पूर्व सचिव राधाचरण शर्मा और सहायक सचिव मोहन सिंह यादव द्वारा दी जा रही है। जिससे में और मेरे परिवार के सदस्यो पर जान माल का खतरा बड़ गया है। सुनबाई न होने के चलते निराश होकर अब जल्द ही संभाग आयुक्त से अपनी पीड़ा बयान करने ग्वालियर जा रहे है।
परमाल सिंह कुशवाह,आबेदक ग्राम सुमैला

मुझे रोजगार गारंटी के तहत कुंआ निर्माण का कार्य मेरे द्वारा किया गया था जिसकी राशी के लिए मेंने कई बार दोनो सचिवो से कहा लेकिन अभी तक नही दी गई हर बार मुझे कोई न कोई बहाना बनाकर भगा दिया जाता है।
कड़ोरी लाल कुशवाह, निवासी ग्राम सुमैला

जिस तरह से पूरा प्रशासन इस मामले पर प्रशासन मूक दर्शक बना हुआ है। कलेक्टर से लेकर एसडीएम सभी अधिकारियो को विगत कई माह से शिकायतें की जा रही है। आंदोलन किया जा रहा है और धरने दिये जा रहे है। ऐसे में इन अधिकारियो को अफसरशाही साफ जाहिर होती है। कि लोग अपने हक के लिए महिनो से लड़ रहे है। और पूरा प्रशासन भ्रष्टाचारियो और दलालो की हाथ की कटपुतली बना बैठा है। अगर जल्द ही दोशियो पर कार्यवाही नही हुई तो सेंकड़ो कुशवाह समाज कार्यक्रताओ के साथ मिलकर सडक़ो पर आंदोलन किया जाएगा।
विकास कुशवाह,जिलाध्यक्ष युवा कुशवाह समाज

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