क्या भाजपा नेता का दामाद होने के कारण नहीं हो रही कार्यवाही

शिवपुरी। शहर के सिटी कोतवाली क्षेत्र के नवाब साहब रोड़ पर संचालित प्रज्ञा बाल मंदिर स्कूल द्वारा बिना मान्यता के डीएड कराने का मामला सामने आया है। जिसमें स्कूल डायरेक्टर उंमदे सिंह वर्मा और संचालक नीरज वर्मा के झांसे में आए एक छात्र ने उसके साथ हुई धोखाधड़ी की शिकायत कोतवाली पहुंचकर की थी। उसके बाद भी आज तक उक्त स्कूल संचालक पर कार्यवाही नहीं हो रही है और युवक दर-दर की ठोकर खा रहा है। 

आज फिर जनसुनबाई में शिकायतकर्ता धर्मेन्द्र सिंह यादव पुत्र संताराम यादव निवासी भीमलाट बैराड़ ने बताया है कि उसे प्रज्ञा बाल मंदिर आवासी विद्यालय का एक पर्चा प्राप्त हुआ जिसमें डीसीए, पीजीडीसीए और डीएड डिप्लोमा करने के लिए लिखा हुआ था। 

जिस पर उसने स्कूल संचालक नीरज वर्मा से संपर्क किया उसे बताया गया कि दो वर्ष के पाठ्यक्रम का उसेे 70 हजार रूपए जमा करने होंगे और उसका डीएड करा दिया जाएगा। स्कूल संचाकल के झांसे में आकर उसने 70 हजार रूपए जमा कर दिए। जिस पर उसे 28 अगस्त 2015 को मात्र 10 हजार रूपए राशि की रसीद वंदेमातरम कॉलेज ऑफ ग्वालियर की रसीद दी गई। जबकि शेष राशि की रसीद उसे बाद में देने के लिए कहा गया। 

उसकी प्रथम परीक्षा वर्ष 2014-15 में अंकित शिक्षा प्रसार एवं समाज कल्याण समिति विनय नगर सेक्टर 1 ग्वालियर में करार्ई गई। उस दौरान उसकी सप्लीमेंटी आई जिस पर नीरज वर्मा और उंमेद वर्मा ने उसे सप्लीमेंटी परीक्षा की फीस भी ले ली और उसे ना तो सप्लीमेंटी परीक्षा में बैठाया और ना ही उसे द्वितीय वर्ष में प्रवेश दिया। 

जिससे उसे 70 हजार रूपए की हानि हुई है और स्कूल प्रबंधन ने धोखे में रखकर वह राशि हड़प ली है। जब स्कूल प्रबंधन से राशि वापस मांगी गई तो उन्होंने उसके साथ गालीगलौंच कर अभद्रता की और धर्मेन्द्र को वहां से भगा दिया। जिस पर धर्मेन्द्र ने कोतवाली पहुंचकर उसके साथ हुई ठगी की शिकायत की है और दोनों व्यक्तियों के विरूद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज करने और ठगी हुई राशि वापस दिलाने की मांग की है। 

इस बात की शिकायत कर्ता लगातार चक्कर लगाकर कर रहा है पर उक्त स्कूल संचालक भाजपा नेता का दामाद होने के चलते इस पर कोई भी कार्यवाही करने से कतरा रहे है। अब इस युवक को न्याय मिल पाता है या फिर यह युवक शिवपुरी का मुसद्दीलाल बनता है यह देखना होगा।